Thursday, 22 August 2019

उड़ रही है पल पल

इक दूजे की आग में जलना अच्छा लगता है
साथी  हो  तो  पैदल चलना अच्छा लगता है
उड़ रही है पल पल
          जिंदगी रेत सी...
                   और
       हमें वहम है कि हम
          बड़े हो रहे हैं......
बंद कमरे खोल कर सच्चाइयां रहने लगीं
ख़्वाब कच्ची धूप थे दालान में रखे रहे।
इंसान वही श्रेष्ठ होता है जो
बुरी स्थिति में फिसले नहीं
         औऱ     
अच्छी स्थिति में उछले नहीं..
अगर आपको वह फसल पसंद नही है
जो आप काट रहे है,
तो आप उन बीजों की जांच करे जो आप बो रहे है..
"जो कह दिया वो अल्फ़ाज़ थे,
जो कह न सके वो जज्बात थे....
जो कहते कहते न कह पाये.....वो एहसास थे...

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