Friday, 30 August 2019

बिना रुके सफर कर रही है


बस इतने करीब रहो,,
कि अगर बात न हो तो भी
दूरी न लगे।
*"उम्र"...*
*बिना रुके सफर कर रही है,*
*और "हम"...*
*ख़्वाहिशें लेकर वहीं खड़े हैं...!*
वक़्त देना अपने रिश्तों को!
याद रखना ताजमहल लोगों ने देखा हैं, मुमताज ने नहीं !
Rearranging deck chairs doesn't keep Titanic from sinking
गलती तो ज़िंदगी का एक सफहा है और रिश्ता पूरी किताब!,इसलिए एक सफहे के लिए पूरी किताब को नहीं छोडना चाहिए।
लफ़्ज़ थे सब #पायाब मगर
बात निहायत गहरी थी
# shallow, fordable
इन्सान हमेशा तकलीफ में ही कुछ सीखता है,
खुशी में तो वो पिछले सबक भी भूल जाता है..
जो बोलकर जाने को, "मुस्कुरा" देते हो तुम

फितरत किसी की ना आजमाया कर ऐ जिंदगी।
हर शख्स अपनी हद में
बेहद लाजवाब होता है.

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