Friday, 2 August 2019

खुद को खुश रखिए,


हर एक बात  पे रिश्तों के मायने ढूढ़ें,
यह गलत बात है हर वक्त आइने ढूढ़ें....
गर ना हो बोझ आरज़ूओ का......!!
जिंदगी फूल जैसी हल्की है......!!!!
कितना मुश्किल है, उम्मीदों पर खरा उतरना
और कितना आसान, बस उम्मीदें लगा लेना
व्यक्तित्व की भी अपनी वाणी होती है
जो कलम या जबान के इस्तेमाल के बिना भी
लोगों के अंर्तमन को छू जाती है .
खुद को खुश रखिए,
वह भी एक बड़ी जिम्मेदारी है...
There comes a time when you have to stop crossing oceans for people who wouldn’t even jump puddles for you.

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