Friday, 2 August 2019

अजीब सी बस्ती में

 तुम क्या जानो उस दरिया पर क्या गुज़री
तुमने तो बस पानी भरना छोड़ दिया -
समय गूंगा नहीं बस मौन है
वक्त पर बताता है किसका कौन है ।।
अजीब सी बस्ती में
ठिकाना है मेरा..
जहां लोग मिलते कम,
झांकते ज़्यादा हैं..
न हमसफ़र न किसी हमनशीं से निकलेगा,
हमारे  पाँव  का  काँटा  हमीं  से  निकलेगा..
उस को रुख़्सत तो किया था मुझे मालूम न था
सारा  घर  ले  गया   घर  छोड़  के  जाने  वाला
God doesn't give you the people you want, he gives you the people you need.
The less you respond to negative people,
the more peaceful your life will become.
Stay positive and tune out the negativity in your life.

No comments:

Post a Comment

डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा

 [8:11 AM, 8/24/2023] Bansi Lal: डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा [8:22 AM, 8/24/2023] Bansi La...