Thursday, 22 August 2019

हम थे

मौत उस की है करे जिस का ज़माना अफ़्सोस
यूँ तो दुनिया में सभी आए हैं मरने के लिए

कहानी ख़त्म हुई और ऐसी ख़त्म हुई
कि लोग रोने लगे तालियाँ बजाते हुए
- रहमान फ़ारिस

साहिल से सुना करते हैं लहरों की कहानी
ये ठहरे हुए लोग बग़ावत नहीं करते
हम थे
तुम थे
काफी था
भीड़ तुमने
न जाने क्यों खड़ी कर दी....??
अगर आसमान वाले से आपके रिश्ते अच्छे है,
तो जमीन वाले आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकते..
शिकवे तो सभी को है इस ज़िन्दगी से,
मगर जो मौज से जीना जानते है वो शिकायत नहीं करते..
Sometimes the hardest battle is against yourself.
आत्मा तो हमेशा से जानती है कि सही क्या है,
चुनौती तो मन को समझाने की होती है..
बहुत गहरी नदी
बिना आवाज़ के बहती है..!!
बहुत गहरे दुःख
बिना आँसूओ के होते है...!!

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