Thursday, 22 August 2019

हज़ारों से रिश्ता निभाते हुए

 यूँ ही नहीं हुआ होगा तूँ पत्थर दिल,
कोई तो तेरी मासूमियत से भी खेला होगा .
हज़ारों से रिश्ता निभाते हुए
किसी का न होना बड़ी बात है
जनाज़ा रोककर मेरा वो इस अंदाज़ से बोले,
' गली हमने कही थी, तुम तो दुनिया छोडे जाते हो'
तुम सोच रहे हो बस, बादल की उड़ानों तक,
मेरी तो निगाहें हैं, सूरज के ठिकानों तक.
Raise your words, not voice. It is rain that grows flowers, not thunder.
-Rumi
मैंने कुछ लफ़्ज लिखे है, लहरों पर...
जब दरिया तेरे शहर से गुजरे, पढ़ लेना...

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