Thursday 26 September 2019

अब हर बात पर,जंग हो ये जरूरी तो नहीं

जब गिला शिकवा अपनों से हो,तो खामोशी अच्छी है
अब हर बात पर,जंग हो ये जरूरी तो नहीं

Wednesday 25 September 2019

एक ही चेहरे की अहमियत

 एक ही चेहरे की अहमियत
हर एक नजर में अलग सी क्यूँ है
उसी चेहरे पर कोई खफा
तो कोई फिदा सा क्यूँ है..!!
चेहरों का आना जाना चलता रहेगा, मगर...
मेरा तुम पे ठहर जाना, मुझे जायज़ लगता है....
काँच जैसा बनने के बाद पता चलता है कि....
उसको.......टूटना भी उसी की तरह पड़ता है !
“हर जगह इत्र ही ,महका नहीं करते ..
कभी कभी शख्सियत भी,खुशबू छोड़ जाती है।”
सारे क़ायनात की दिलकशी साथ होगी मेरे...
हम फिर भी तुम्हारी सादगी से हार जाएंगे....
लोग पीठ पीछे बड़बड़ा रहे है,
लगता है हम सही रास्ते जा रहे है।

एक धागे की बात रखने को...


एक धागे की बात रखने को....
मोम का रोम रोम जलता है...
“न होगा कुछ महज ,अंधेरों को कोसने से ...
अपने हिस्से का दिया खुद ही जलाना होगा।”
साथ देने की क्या बात करते हो
              "साहब"
हमने तो उनके साथ छोड़ने में भी
      "उनका साथ दिया...!!!

तमाम उम्र करते हैं लोग तमन्ना जिनकी ,

तमाम उम्र करते हैं लोग तमन्ना जिनकी ,,
पाकर उन्हें फिर खो देते हैं,कमाल करते हैं ..!!
संस्कार झुकना सिखाते हैं,,,
मगर....
किसी की अकड़ के सामने नही...!!
अपना दर्द
सबको ना बताएं साहब,
मरहम एक आधे घर में होता है,
नमक घर - घर में होता है..!!!

बहाना एक ही बहुत होता है...,

 चढ़ते सूरज के पूजारी तो लाखों हैं 'फ़राज़',
डूबते वक़्त हमने सूरज को भी तन्हा देखा...
जिन्दगी तो तब तक ही थी
जब तक साथ थे तुम
"अधूरे रह जाते हैं अहसास,,,
जब शब्द बहुत सोचकर लिखे जाते हैं.. "
लेन-देन में जल्दबाजी ना करें ,
भरोसा , रिश्ते , इंसानियत , प्रॉपर्टी , अभी और नीचे गिरेंगे ,
“बहाना एक ही बहुत होता है...,
निभाना हो...या जाना हो।

Friday 20 September 2019

अहसास:

मसला तो सिर्फ एहसासों का है,जनाब ,
रिश्ते तो बिना मिले भी सदियां गुजार देते हैं।

उसके  हाथ  की  गिरफ्त  ढीली  पड़ी  तो
महसूस  हुआ  मुझे

शायद  ये  वही  जगह  है  जहाँ
रास्ते  बदलने  है  

जल्दी जागना हमेशा फायदेमंद होता है
चाहे वो नींद से हो या वहम से.....

Wednesday 18 September 2019

तुम तो ज़िद्दी

तुम तो ज़िद्दी थे ना......फिर क्यों....????
मैंने कहा ''जाओ'' और तुम मान गए_______”

जब हक़ीक़त रूबरू हो उस घड़ी


जब हक़ीक़त रूबरू हो उस घड़ी
ख़्वाब की मौजूदगी अच्छी नहीं
उन्हें ठहरे समुंदर ने डुबोया..?
जिन्हें तूफ़ाँ का अंदाज़ा बहुत था..??
कुछ लोग हमेशा ख़ुश व संतुष्ट रहते हैं, इसलिए नहीं की उनके जीवन में सबकुछ ठीक होता है, बल्कि उनकी सोच हर हाल में सकारात्मक होती है..
 दुश्मन हमेशा दमदार लोगों के होते हैं ।
कमजोरों से तो लोग सहानुभूति रखते हैं..
मेरी  दुआओं  का  मुकम्मल  होना
और  तेरा  मुस्कुराना  एक  ही  बात  है
ग़म तो जनाब ...फ़ुरसत” का शौक़ है ,
ख़ुशी में ....वक़्त” ही कहाँ मिलता है ..
“मेरे आँसू भी है़रान हुए जाते हैं,
मैं रोने की ह़द तक जाकर लौट आता हूँ .”
मुझे अंजाम मालूम है कहानी का क्या होना है
मगर फिर भी मुझे आख़िर के पऩ्ने देखने हैं
हम ज़रूरी किताब हैं, लेकिन
सिर्फ़ दीमक ही पढ़ रही है हमें
डूब जाने को जो तक़दीर समझते हैं!
ऐसे लोग , तूझे कहाँ उभरने देंगे!!
लिखने वाले ने तमाम उम्र झोंक दी मुझ में
पढ़ने वालों ने मुझे सरसरी नज़र से पढ़ा
बातें...
जो कही नहीं जाती
वो कहीं नहीं जाती ।

जो तराशता है उसे ख़ूबी नजर आती है...
और जो तलाशता है उसे खामी नजर आती है.
जिंदगी में शोहरत मिले ना मिले,
इज्जत जरुर मिलनी चाहिये साहब !!

अक्सर खामोश रिश्ते,


अक्सर खामोश रिश्ते,
खामोश हो जाया करते हैं.....
इतने सस्ते‌ तो कभी नही थे हम...
वो तो तेरे लिए कुछ रियायत की थी...!!
बहुत खबर रखने लगे हो मेरी
इरादा ए रुसवा है क्या तुम्हारा ।

जाने क्यों
तुम्हारे बग़ैर..
हर वजह
बेवज़ह सी लगती है...!!!

जब सवालों के जवाब मिलने बंद हो जायें..


जब सवालों के जवाब मिलने बंद हो जायें..
तो समझ लो एक मोड़ लेना है रास्ते और रिश्ते दोनों में ...!
नाराज़गियों को कुछ देर चुप रह कर मिटा लिया करो,
ग़लतियों पर बात करने से रिश्ते उलझ जाते हैं.. ...!
सारी गवाहियाँ तो मेरे हक़ में आ गईं
लेकिन मेरा बयान ही मेरे ख़िलाफ़ था।

कभी तुम भी लिखा करों दो शब्द हमारे लिए..
हमें सिर्फ लिखना नहीं पढ़ना भी अच्छा लगता है!!

Tuesday 17 September 2019

सिर्फ चलने की ख़ुशी

सिर्फ चलने की ख़ुशी, तोहफ़ा-ए-मंज़िल है अदम
रास्ते तो सभी दुश्वार हुआ करते है

Sunday 15 September 2019

मस्त रहिये:

मत परेशान रहिये मस्त रहिये व्यस्त रहिये क्योंकि!

1.पैतालिस साल की अवस्था में "उच्च शिक्षित" और "अल्प शिक्षित" एक जैसे ही होते हैं।

2. पचपन साल की अवस्था में "रूप" और "कुरूप" एक जैसे ही होते हैं। (आप कितने ही सुन्दर क्यों न हों झुर्रियां, आँखों के नीचे के डार्क सर्कल छुपाये नहीं छुपते)

3. साठ साल की अवस्था में "उच्च पद" और "निम्न पद" एक जैसे ही होते हैं।(चपरासी भी अधिकारी के सेवा निवृत्त होने के बाद उनकी तरफ़ देखने से कतराता नहीं है)

4. सत्तर साल की अवस्था में "बड़ा घर" और "छोटा घर" एक जैसे ही होते हैं। (घुटनों का दर्द और हड्डियों का गलना आपको बैठे रहने पर मजबूर कर देता है, आप छोटी जगह में भी गुज़ारा कर सकते हैं)

5. अस्सी साल की अवस्था में आपके पास धन का "होना" या "ना होना" एक जैसे ही होते हैं। ( अगर आप खर्च करना भी चाहें, तो आपको नहीं पता कि कहाँ खर्च करना है)

6. नब्बे साल की अवस्था में "सोना" और "जागना" एक जैसे ही होते हैं। (जागने के बावजूद भी आपको नहीं पता कि क्या करना है).

जीवन को सामान्य रुप में ही लें क्योंकि जीवन में रहस्य नहीं हैं जिन्हें आप सुलझाते फिरें। आगे चल कर एक दिन हम सब की यही स्थिति होनी है इसलिए चिंता छोड़ कर मस्त रहें स्वस्थ रहें। यही जीवन है और इसकी सच्चाई भी। लोग कहेंगे बहुत कुछ क्योंकि लोगों का काम ही है कहना पर उन्हें कहने दें। चैन से जीने के लिए चार रोटी और दो कपड़े काफ़ी हैं "पर, बेचैनी से जीने के लिए चार मोटर, दो बंगले और तीन प्लॉट भी कम हैं !!" मानता हूं कि इस आधुनिक दौर में रुपया, रूप, रुतबा बहुत कुछ है पर सबकुछ नही है यह जरूर याद रखें।

Thursday 12 September 2019

सवालों के जबाब:

जब सवालों के जवाब मिलने बंद हो जायें..
तो समझ लो एक मोड़ लेना है रास्ते और रिश्ते दोनों में ...!

नाराज़गियों को कुछ देर चुप रह कर मिटा लिया करो,
ग़लतियों पर बात करने से रिश्ते उलझ जाते हैं.. ...!

सारी गवाहियाँ तो मेरे हक़ में आ गईं
लेकिन मेरा बयान ही मेरे ख़िलाफ़ था।

कभी तुम भी लिखा करों दो शब्द हमारे लिए..
हमें सिर्फ लिखना नहीं पढ़ना भी अच्छा लगता है!!

इस सदी की आस्था


इस सदी की आस्था को देखकर हम डर गए...
भूख से बच्चे मरे और दूध पत्थर पी गये..
ज़र्रा ज़र्रा जल जाने को हाज़िर हूँ,
बस शर्त है कि वो ...आँच तुम्हारी हो ...
देखा भी उसने और नज़र भी फेर ली
इस बदनसीब का दो बार क़त्ल हुआ
 परिवार के साथ धैर्य प्यार कहलाता है,
औरों के साथ धैर्य सम्मान कहलाता है,
स्वयं के साथ धैर्य आत्मविश्वास कहलाता है,
और भगवान के साथ धैर्य आस्था कहलाती है..
लड़ झगड़ कर ही सही,
तुझसे उलझे रहना भी तो इश्क़ है...

कितना चालाक है



कितना चालाक है वो यार-ए-सितमगर देखो
उस ने तोहफ़े में घड़ी दी है मगर वक़्त नहीं
कितना चालाक है वो यार-ए-सितमगर देखो
उस ने तोहफ़े में घड़ी दी है मगर वक़्त नहीं
 ज़्यादा समझदार और मूर्ख में
कोई फ़र्क नही होता..
ये दोनों किसी की नही सुनते..!!
लोग बेताब थे मिलने को मंदिर के पुजारी से
हम दुआ लेकर आ गये , बाहर बैठे भिखारी से
संसार में केवल मनुष्य
ही एकमात्र ऐसा प्राणी है,
जिसका जहर और मिठास उसके दांतों में नही, बातों में है..
You attract the energy that you give off. Spread good vibes. Think positively. Attract positive. Enjoy life.
राख हो जाते हैं उसूलों के चराग़ ,
तब कहीं जा के ख़बर होती है , कि शोहरत क्या है ,
जिन के किरदार से आती हो #सदाक़त की महक
उन की *तदरीस से पत्थर भी पिघल सकते हैं
#truth
*Teaching
हुनर हालात सिखाते हैं
परिपक्क गुरु करता है
जिन्हें वाकई बात करना आता है...
वो लोग अक्सर खामोश रहते हैं..!!!

जब भी पूछा दिल से सुकून का पता


जब भी पूछा दिल से सुकून का पता
उसने हर बार तेरा ही नाम लिया...


एक "हसरत" थी, कि वो भी कभी हमें मनाएं 
पर कम्बख़्त ये दिल कभी "रूठा" ही नहीं उनसे
क्षमा संस्कार है..
        क्षमा संस्कृती है..
              क्षमा मन की श्रेष्ट कृती है..
पहचान की नुमाईश जरा कम करो
जहाँ  "मैं"  लिखा है .... उसे "हम"  करो
झूट के आगे पीछे दरिया चलते हैं
सच बोला तो प्यासा मारा जाएगा

सुख के लालच में ही

 सुख के लालच में ही नये दुःख का जन्म होता है..
कहानी इतनी भी छोटी  न थी मै.......
बस.......तुझे जल्दी थी किताब बदलने की
तमीज़ दार होने का नुकसान यह भी है...
कि हजारों बातें दिल के अंदर ही रह जाती हैं..
सिर्फ एक बहाने की तलाश होती है
निभाने वाले को भी, और जाने वाले को भी
Wise men are not always silent, but they know when to be.

लड़ झगड कर ही सही ........

 If the bee bites you once, it’s the bee’s fault. if the bee bites you twice, it’s your fault.
हो सके तो हम पे ज़ाहिर कर दे अपने दिल का हाल
सोचते रहने से तो संजीदगी बढ़ जाएगी...
लड़ झगड कर ही सही ........
पर तुमसे उलझे रहना भी तो इश्क़ है......
शब्द हमें छू लें,
यह स्पर्श की ही पराकाष्ठा है..!!
" The more time you spend thinking about things that could make you happy, the less time you have to actually do the things you already know will make you happy."

डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा

 [8:11 AM, 8/24/2023] Bansi Lal: डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा [8:22 AM, 8/24/2023] Bansi La...