Sunday, 29 May 2016

असम्भव से पार जाना:

If what you have done yesterday still looks big to you, you haven't done much today. -Mike Krzyzewski

सम्भव की सीमाओं को जानने का एक ही तरीका है कि उनसे थोड़ा आगे असम्भव के दायरे में निकल जाये।

"बिन कहे जब समझ ले बात तेरी कोई, तो समझ लेना की ख़त्म अब तलाश तेरी हुई...!"

Instead of Wiping your Tears,,,,,Wipe away the People who Created Them,,,,

बड़ी हैं उलझनें उससे बड़ी ये ज़िंदगानी है, तुम्हारी या हमारी हो, बड़ी लम्बी कहानी है |

सोचा था के आकर के वो पूछेगा मेरा हाल, शिकवे शिकायतें वो बे-हिसाब कर गया |

आप यूँ फासलों से गुज़रते रहे, दिल से क़दमों की आवाज़ आती रही -जां निसार अख्तर

Lamho ki ek kitaab hai zindagi|
Saanso aur khyalo ka hissaab hai zindagi||

Kuch zarurate puri to kuch khwahishe adhuri|
Bas enhi sawaalo ka jawaab hai zindagi||

चाँद निकले किसी जानिब तेरी ज़ेबाई का
रंग बदले किसी सूरत शबे-तन्हाई का

No comments:

Post a Comment

डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा

 [8:11 AM, 8/24/2023] Bansi Lal: डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा [8:22 AM, 8/24/2023] Bansi La...