तुझे पाने की कोशिश में कुछ इतना खो चुका हूं मैं
कि तू मिल भी अगर जाए तो अब मिलने का ग़म होगा।
गुरु वही श्रेष्ठ होता है जिसकी प्रेरणा से किसी का चरित्र बदल जाये..
और
मित्र वही श्रेष्ठ होता है जिसकी संगत से रंगत बदल जाये..
बड़प्पन वह गुण है जो पद से नहीं
संस्कारों से प्राप्त होता है..
जिस दिन हम ये समझ जायेंगे कि
सामने वाला गलत नहीं है सिर्फ
उसकी सोच हमसे अलग है
उस दिन जीवन से
दुःख समाप्त हो जायेंगे..
अगर फ़ुर्सत मिले पानी की तहरीरों को पढ़ लेना,
हर इक दरिया हज़ारों साल का अफ़्साना लिखता है
*जीवन में अगर 'खुश' रहना है तो,*
*स्वयं को एक 'शांत सरोवर' की तरह बनाए.....*
*जिसमें कोई 'अंगारा' भी फेंके तो..*
*खुद बख़ुद ठंडा हो जाए.....!!!!*
यूँही मौसम की अदा देख के याद आया है,
किस क़दर जल्द बदल जाते हैं इंसाँ जानाँ
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