Thursday, 19 December 2019

कभी कभी धागे बड़े कमज़ोर चुन लेते है हम !

 कभी कभी धागे बड़े कमज़ोर चुन लेते है हम !
और फिर पूरी उम्र गाँठ बाँधने में ही निकल जाती है ...

अब डर घाव से नहीं
         लोगों के

 लगाव से लगता है,,।।

जिंदगी को खुला छोड़ दो जीने के लिए...…
अक्सर संभाल कर रखी हुई चीजें वक्त पर नहीं मिलती..

ये अलग बात है कि .... वो .... मुझे हासिल नहीं है .... !
मगर उसके सिवा कोई ... मेरे ...इश्क के काबिल नहीं है ....!

दुसरो को सुनाने के लिए अपनी आवाज ऊँची मत करो बल्कि अपना व्यक्तित्व इतना ऊँचा बनाओ कि आपको सुनने के लिए लोग इंतज़ार करे

मंजिल चाहे कितनी भी ऊंची क्यों ना हो, 
रास्ता हमेशा पैरों के नीचे ही होता है..

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