कायदे से जिसे भूल न पाए हम
बग़ैर हमारे वे जीना सीख गए.!!
विकल्प बहुत हैं बिखरने के लिए,
संकल्प एक ही पर्याप्त है सँवरने के लिए..
गिरते हुए पत्तो ने समझाया
बोझ बन जाओगे
तो अपने भी गिरा देंगे...!!
“जब ठोकरें खाकर भी ना गिरो तो समज़ना ..
की किसी की दुआओं ने थाम रखा है ...!!”
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