Saturday, 30 December 2017

Ik Nam:

इक नाम क्या लिखा तिरा साहिल की रेत पर

फिर उम्र भर हवा से मेरी दुश्मनी रही ...

मत खोलना जिंदगी की पुरानी किताब को

जो था वो मैं रहा नहीं जो हूँ वो किसी को पता नहीं

💐🌹💐
इसे नसीहत कहूँ या एक जुबानी चोट...

एक शख्स कह गया गरीब मोहब्बत नहीं करते
🌹💐🌹
A smart husband is one who always thinks twice ...... before saying 'Nothing' !!

💐🌹💐
कोई बचने का नहीं सब का पता जानती है

किस तरफ़ आग लगाना है हवा जानती है
🌹💐🌹
उम्र भर चल के भी पाई नहीं मंज़िल हम ने

कुछ समझ में नहीं आता ये सफ़र कैसा है
🌹💐🌹

Gam NE Ubharne N Diya:

एक वो हैं कि जिन्हें अपनी ख़ुशी ले डूबी

एक हम हैं कि जिन्हें ग़म ने उभरने न दिया
💐🌹💐
आज़माइशें तो उम्र भर साथ चलेंगी,

देखना ये है बिखरता हूँ कि निखरता हूँ।

🌹🙏🏻🌹
आज़माइशें तो उम्र भर साथ चलेंगी,

देखना ये है बिखरता हूँ कि निखरता हूँ।

🌹💐🌹
उम्र भर चल के भी पाई नहीं मंज़िल हम ने

कुछ समझ में नहीं आता ये सफ़र कैसा है
🌹💐🌹

Saturday, 16 December 2017

Pain:

The pain you feel today is the strength you feel tomorrow. For every challenge encountered there is opportunity for growth.
🌹🌺🌹
Dear whoever is reading this, you are beautiful & someone out there is crazy about you. So smile, life is too short to be unhappy.
🌺🌹🌺
जो गुज़ारी न जा सकी हम से

हम ने वो ज़िंदगी गुज़ारी है
🌹🌺🌹
किनारे ही से तूफ़ाँ का तमाशा देखने वाले

किनारे से कभी अंदाज़ा-ए-तूफ़ाँ नहीं होता
🌺🌹🌺

Thursday, 14 December 2017

Hardest Thing:

"The hardest thing to learn in life is which bridge to cross and which to burn." - David Russell

Keep Calm because Life's too short to stress over people who don't deserve to be an issue.
🌺🌹🌺
अब तो इस  राह से वह शख़्स गुज़रता भी नहीं

अब किस उम्मीद से दरवाज़े से झाँके कोई
🌹🌺🌹
उस आँसू का काम बड़ा मुश्किल था ...

एक हंसी से गुज़रते हुए जाना था उसे ...
🌺🌹🌺
एक ये ख़्वाहिश के कोई ज़ख्म न देखे दिल का

एक ये हसरत की कोई देखने वाला होता..
🌹🌺🌹
यह दुःख नहीं की अंधेरों से सुलह की हमने,

मलाल यह है कि अब सुबह की तलब भी नहीं
🌺🌹🌺

Wednesday, 13 December 2017

Rumors are carried by haters:

मेरी कोशिश तो यही है कि ये मासूम रहे

और दिल है कि समझदार हुआ जाता है
🌹🌺🌹
वक़्त के साथ एहतराम बदल जाते हैं,

आदमी देखकर सलाम बदल जाते हैं।

🌺🌹🌺
खो न देना कहीं ठोकरों का हिसाब,

जाने किस-किस को रास्ता बताना पड़े..।।
🌹🌺🌹
मेरे जुनून का नतीजा ज़रूर निकेलेगा,

इसी स्याह समंदर से नूर निकलेगा..

🌺🌹🌺
कुछ यादें भी होती है सर्द हवा सी,

छू भी जाएँ तो सिहर जातो हैं...!

🌹🌺🌹
उस से मिलने की ख़ुशी बाद में दुख देती है

जश्न के बाद का सन्नाटा बहुत खलता है
🌺🌹🌺
Rumors are carried by haters, spread by fools, and accepted by idiots.
🌹🌺🌹
Don't judge the path I choose to take if you haven't walked the journey I had to make.
🌹🌺🌹
Running away and giving up won't solve your problems. Instead embrace it and don't let go until you have what you want.
🌹🌺🌹

8 lessons;

*World's 8 superb lessons worth sharing with loved ones:*
--------------<>-------------

*Shakespeare :*👌🏿

Never  play  with the feelings

of  others  because  you may

win the  game but the  risk is

that  you  will surely  lose

the person  for a  life time.

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*Napoleon:*👌🏿

The world  suffers  a  lot. Not

because  of  the  violence  of

bad people, But because   of

the silence of good people!

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*Einstein :*👌🏿

I  am  thankful  to  all those

who  said  NO  to  me   It's

because  of  them  I  did  it

myself.

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*Abraham Lincoln :*👌🏿

If friendship is your weakest

point  then  you  are  the

strongest  person  in the

world.

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*Shakespeare :*👌🏿

Laughing  faces  do  not

mean that  there is  absence

of sorrow!  But it means that

they  have the ability to deal

with it.

----------------------

*William  Arthur :* 👌🏿

Opportunities   are  like

sunrises, if  you  wait too

long  you  can miss them.

------------------------------

*Hitler :* 👌🏿

When  you  are  in  the light,

Everything follows  you, But

when  you  enter  into   the

dark, Even your own shadow

doesn't  follow  you.

--------------------------------

*Shakespeare :* 👌🏿

Coin  always  makes  sound

but  the  currency  notes are

always  silent.  So  when

  your value  increases

keep quiet.

Sunday, 10 December 2017

Kashmkash:

जुदाइयों के तसव्वुर ही से रुलाऊं उसे,

मैं झूठ मूठ का किस्सा कोई सुनाऊं उसे...

🌺🌸🌺
ये कश्मकश है ज़िंदगी की, कि कैसे बसर करें!

ख्वाहिशे दफ़न करे,या चादर बड़ी करें!
🌺🌸🌺

Ab or kya:

कितना आसाँ था तेरे हिज्र में मरना जानाँ,

फिर भी इक उम्र लगी जान से जाते जाते

🌺🌹🌺
दुनीया का भी अज़ीब दस्तूर है फराज़,

बेवफाई करो तो रोते हैं, वफा करो तो रुलाते हैं
🌺🌹🌺
ग़ुज़री  तमाम  उम्र, उसी  शहर  में  जहाँ,

वाक़िफ़ सभी तो थे मगर पहचानता कोई न था

🌹🌺🌹
उड़ते परिंदे देखे तो एहसास ये हुआ

कितनी कमी अभी भी हमारे सफ़र में है
🌺🌹👍🏻
तख्लीक़ जिसने देखी वो दीवाना हो गया
जादू ज़रूर कोई तुम्हारे हुनर में है
🌺🌹🌺
चेहरे में आइना कि आइने में चेहरा,

मालूम नहीं कौन किसे देख रहा है

🌹🌺🌹
जो "प्राप्त" है, वो "पर्याप्त" है....

इन दो शब्दों में सुख बेहिसाब है....
🌺🌹🌺
जहाँ इंसानियत वहशत के हाथों ज़ब्ह होती हो

जहाँ तज़लील है जीना वहाँ बेहतर है मर जाना
🌹🌺🌹

Thursday, 30 November 2017

Gila Nahin:

ज़िन्दगी दर्द दे उसका ग़िला नहीं ;

मुद्दआ ये कि ग़मों की दवा नहीं करती.
🌹🌺🌹
जिस से मुंह फेर के रस्ते की हवा गुजरी है

किसी उजड़े हुए आँगन का दिया लगता है
🌹🌸🌹
न जाने कितने चराग़ों को मिल गई शोहरत

इक आफ़ताब के बे-वक़्त डूब जाने से
🌸🌺🌸
कुछ नहीं इल्म-ओ-हुनर रुतबा-ओ-फ़न दुनिया में

सभी को नाप का मिलता है कफ़न दुनिया में
🌺🌹🌺
अपने खिलाफ बाते, खामोशी से सुन लो....

यकीन मानो, वक्तबेहतरीन जवाब देगा....
🌸🌹🌸
नींद भी नीलाम हो जाती है बाज़ार -ए- इश्क में,

किसी को भूल कर सो जाना, आसान नहीं होता !
🌹🌺🌹
इन चराग़ों में तेल ही कम था...

क्यूँ गिला फिर हमें हवा से रहे...
🌸🌺🌸
मेहरबानी ना सही इक ज़ख़्म ही दे दे मोहसीन,

मेसूस तो हो की कोई हमें भुला नहीं अभी...
🌺🌹🌺

Badlon keep darmiyan:

न जाने बादलो के दरमिया क्या साजिश हुई,

जिसका घर मिट्टी का था उसी के घर बारिश हुई !
🌺🌸🌺
ख़्वाहिश तो है मुझे भी कि मंज़िल मिले मगर

यूँ दूसरों की राह पे चलना नहीं पसंद
🌸🌹🌸
क्यों ग़रीब समझते हैं हमें ये जहाँ वाले फ़राज़ ,

हज़ारों दर्द की दौलत से मालामाल हैं हम.
🌺🌹🌺
No, you cannot stop the birds of sorrow from flying over your head, but you can stop them from building nests in your hair. - D.B. Patterson
न जाने कितने चराग़ों को मिल गई शोहरत

इक आफ़ताब के बे-वक़्त डूब जाने से
🌸🌺🌸

Sunday, 26 November 2017

A Jindgi:

जी रहे है तेरी शर्तो के मुताबिक़ ए जिंदगी,

दौर आएगा कभी, हमारी फरमाइशो का भी...
🌹🌺🌹
कहते है हो जाता है संगत का असर....

पर काँटों को आज तक नहीं आया, महकने का सलीका... !!!!
🌺🌸🌺
खाली पन्ने और मुस्कुराता हुआ कवर....

कुछ यही कहानी है, जिन्दगी की किताब की....
🌹🌸🌹
कल की कल है कल जब आएगा तो समझा जाएगा

आज तो साक़ी ने दिल का बोझ हल्का कर दिया
🌸🌺🌸
जरा सा वक़्त लगता है कहीं से उठ के जाने में

मगर फिर लौटकर आने में कितनी देर लगती है
🌹🌺🌹
बच्चों को पैरों पर,खड़ा करना था,

पिता के घुटने,इसी में जवाब दे गये...!

🌸🌺🌸
लमहों में क़ैद कर दे जो सदियों की चाहतें,

हसरत रही के ऐसा कोई अपना तलबगार हो...
🌺🌹🌺
एक दो रोज़ का सदमा हो तो रो लें ‘फ़ाकिर’,

हम को हर रोज़ के सदमात ने रोने न दिया

🌸🌹🌸
झट से बदल दूं, इतनी न हैसियत न आदत है मेरी,

रिश्ते हों या लिबास, मैं बरसों चलाता हूँ...

🌹🌺🌹
"मतलब" का वजन बहुत ज्यादा होता है, तभी तो

"मतलब" निकलते ही रिश्ते हल्के हो जाते है.।।
🌺🌸🌺

Wednesday, 22 November 2017

Suraj ko slam :

वो ही करते रहे चढ़ते हुए सूरज को सलाम

जो किसी ढलती हुई शाम से वाक़िफ़ नहीं थे
🌹💐🌹
लहरो पे एक दिन तेरी तस्वीर आएगी

काग़ज़ को हमने आज नदी में बहा दिया
💐🌹💐
सबक़ "ज़िंदगी" से बस इतना लिया

यूँ तो "साहिल" पर चले निरन्तर सदा , पर

"समन्दर" की "लहरों" संग समझौता किया

💐🌹💐
मैं ख़ुद भी एहतियातन उस गली से कम गुज़रता हूँ,

कोई मासूम क्यों मेरे लिये बदनाम हो जाये...

🌹💐🌹
ख्वाब तो सब मीठे देखे थे,
ताज्जुब है,

आँखों का पानी खारा कैसे हो गया ?
🌹🌹bansi🌹🌹

Don't have ton of friends :

हारने जीतने से कुछ नहीं होता
खेल हर साँस पे है दाँव लगाते रहना

As we grow up, we realize it becomes less important to have a ton of friends, and more important to have real ones.
🌹🍃🌹
लर्ज़िश लबों पे इश्क़ के तलफ़्फ़ुज़ नहीं आते,

दरिया भेजते हैं समंदर से मिलने पहाड़ ख़ुद नहीं जाते।
💐🥀💐
उसके दिल में थोड़ी सी जगह माँगी थी मुसाफ़िरों की तरह,

उसने तनहायीयों इक शहर मेरे नाम कर दिया...

🌹🌾🌹
इस सलीक़े से मुझे क़त्ल किया है उस ने

अब भी दुनिया ये समझती है कि ज़िंदा हूँ मैं
🌹🌾🌹
ये जो मुस्कराहटों का लिबास पहना है मैंने,

दरअसल खामोशियों को रफ़ू करवाया है मैंने!
🌺🍃🌺

Monday, 20 November 2017

Suraj :

वो ही करते रहे चढ़ते हुए सूरज को सलाम

जो किसी ढलती हुई शाम से वाक़िफ़ नहीं थे
🌹💐🌹
लहरो पे एक दिन तेरी तस्वीर आएगी

काग़ज़ को हमने आज नदी में बहा दिया
💐🌹💐
सबक़ "ज़िंदगी" से बस इतना लिया

यूँ तो "साहिल" पर चले निरन्तर सदा , पर

"समन्दर" की "लहरों" संग समझौता किया

💐🌹💐
मैं ख़ुद भी एहतियातन उस गली से कम गुज़रता हूँ,

कोई मासूम क्यों मेरे लिये बदनाम हो जाये...

🌹💐🌹

Fiza :

बहुत खामोश है फिज़ा, कोई कारवां गुजरा हैं,

अपनों के इन्त़जार मे ,कोई अपना गुजरा हैं।

🌹💐🌹
ख़्वाहिशें हैं घर से बाहर दूर जाने की बहुत

शौक़ लेकिन दिल में वापस लौट कर आने का था
🌹💐🌹
ख्वाहिशें आज भी “खत” लिखती हे मुझे....

बेखबर इस बात से कि, जिंदगी अब अपने “पते” पर नही रहती....
🌹💐🌹
यूँ तो दुनिया में जीने के बहाने हैं बहुत

रह रह के उन्हीं का ख़्याल आए तो कोईक्या करे
💐🌹💐
एहसासों के पांव नहीं होते फिर भी दिल तक पहुंच ही जाते हैं..
💐🌹💐

Wednesday, 8 November 2017

Jindgi :

जिंदगी, दोस्तों से नापी जाती है,

तरक्की, दुश्मनों से...

💐🌺💐
तुम्हें ग़ैरों से कब फ़ुर्सत, हम अपने ग़म से कम ख़ाली
चलो बस हो चुका मिलना, न तुम ख़ाली, न हम ख़ाली
🐩🐩🐩

ख़ाक थी और हम जिस्मो जान कहते रहे,
चन्द ईंटो को हम ता'उम्र मकान कहते रहे,,
🌺💐🌺
उन से मिलते थे तो सब कहते थे क्यूँ मिलते हो

अब यही लोग न मिलने का सबब पूछते हैं
🌺💐🌺
यक़ीन हो तो कोई रास्ता निकलता है,

हवा की ओट भी ले कर चराग़ जलता है
🌺💐🌺

Kimat Buland :

इंकार कर रहा हूँ तो क़ीमत बुलंद है

बिकने पे आ गया तो गिरा देंगे दाम लोग
💐💐🙏🙏🙏💐💐
मैं एक ज़र्रा बुलंदी को छूने निकला था

हवा ने थम के ज़मीं पर गिरा दिया मुझ को
💐🌺💐
ऐसा कहाँ कि शहर के मंज़र बदल गए,

मंज़र वही हैं सिर्फ़ सितमगर बदल गए...

💐🌺💐
साहिल से सुना करते हैं लहरों की कहानी
ये ठहरे हुए लोग बग़ावत नहीं करते
💐🌺💐

Saturday, 4 November 2017

Sukarat :

#भीतर_के_मैं_का_मिटना_ज़रूरी_है 🌿
सुकरात समुन्द्र तट पर टहल रहे थे. उनकी नजर तट पर खड़े एक रोते बच्चे पर पड़ी. उसके पास गए और प्यार से बच्चे के सिर पर हाथ फेरकर पूछा-''तुम क्यों रो रहे हो?''

लड़के ने कहा- ''ये जो मेरे हाथ में प्याला है मैं उसमें इस समुन्द्र को भरना चाहता हूँं,पर यह मेरे प्याले में समाता ही नहीं...,''

बच्चे की बात सुनकर सुकरात विस्माद में चले गये और स्वयं रोने लगे. अब पूछने की बारी बच्चे की थी.

बच्चा कहने लगा- आप भी मेरी तरह रोने लगे पर आपका प्याला कहाँ है?'
सुकरात ने जवाब दिया- बालक, तुम छोटे से प्याले में समुन्द्र भरना चाहते हो, मैं अपनी छोटी सी बुद्धि में सारे संसार की जानकारी भरना चाहता हूँ. आज तुमने सिखा दिया कि समुन्द्र प्याले में नहीं समा सकता. मैं व्यर्थ ही बेचैन रहा.''

यह सुनके बच्चे ने प्याले को दूर समुन्द्र में फेंक दिया और बोला- 'सागर अगर तू मेरे प्याले में नहीं समा सकता तो मेरा प्याला तो तुम्हारे में समा सकता है.'

इतना सुनना था कि सुकरात बच्चे के पैरों में गिर पड़े और बोले- बहुत कीमती सूत्र हाथ में लगा है. हे परमात्मा आप तो सारा का सारा मुझ में नहीं समा सकते पर मैं तो सारा का सारा आपमें लीन हो सकता हूँ.

ईश्वर की खोज में भटकते सुकरात को ज्ञान देना था तो भगवान उस बालक में समा गए. सुकरात का सारा अभिमान ध्वस्त कराया. जिस सुकरात से मिलने के सम्राट समय लेते थे वह सुकरात एक बच्चे के चरणों में लोट गए थे. ईश्वर जब आपको अपनी अनुकंपा में लेते हैं तब आपके अंदर का मैं सबसे पहले मिटता है. शायद मैंने उलटी बात कह दी. जब आपके अंदर का "मैं" मिटता है तभी ईश्वर की अनुकंपा होती है.

Friday, 3 November 2017

Aaj ka vichar :

वो बख़्शे उजाले किसी सुब्ह को

कोई शाम रौशन सुहानी करे
💐🌺💐
सुनी हिकायत-ए-हस्ती तो दरमियाँ से सुनी

न इब्तिदा की ख़बर है न इंतिहा मालूम
🌺💐🌺
हज़ार बार ज़माना इधर से गुज़रा है

नई नई सी है कुछ तेरी रहगुज़र फिर भी
💐🌺💐
रिश्ता कुछ यूँ उनसे बढने लगा...

हम उन्हें लिखने लगे और वो हमें पढने लगा...

🌺💐🌺
अपने चेहरे से जो ज़ाहिर हो छुपायें कैसे,

तेरी मर्ज़ी के मुताबिक ऩज़र आयें कैसे
💐🌺💐
वक्त के साथ गर न चल पाए,

भीड़ पीछे की, रौंद डालेगी..!

🌺💐🌺
जो हाथ बढ़ाकर भी “कोशिश” न मयस्सर हो

हाथों को वो फैलाकर हासिल नहीं हो सकता
💐🌺💐
गर कुछ भी ख़बर होती अंजाम-ए-गुलिस्ताँ की

हम अपने नशेमन को ख़ुद आग लगा देते
🌺💐🌺
बस यही सोचकर किसी से शिकवा ना किया मैंने...

कि अपनी जगह हर इंसान सही हुआ करता है...
💐🌺💐
घर सजाने का तसव्वुर तो बहुत बाद का है,

पहले यह तय हो कि इस घर को बचायें कैसे
🌺💐🌺
उम्र भर सीखते रहे लहरों से लड़ने का हुनर,

मालूम ना था कि कातिल तो किनारे पर हैं l

💐🌺💐

Tuesday, 31 October 2017

I am back :

मुन्तज़िर मैं ही नहीं रहता किसी आहट का

कान दरवाज़े पे उसके भी लगे रहते हैं
🌺💐🌺
हर्फ़- हर्फ़  बयाँ करता है मेरे अल्फाजों का

मेरे हर खयाल का ताल्लुक  तुझसे  है॥
💐🌺💐
कर दी ना बर्बाद फिर , अच्छी खासी शाम 

कमज़र्फों के हाथ में , और दीजिये जाम
🌺💐🌺
फिर से कर दे कोई सजा मुकर्रर

या इंतिहा कर दे इस कशमकश  की॥
💐🌺💐
आदत बहुत बुरी है कि,, आदत बना लेते है हम

मुमकिन होता नहीं जो,, वो चाहत बना लेते है हम॥
🌺💐🌺
गिरना ही था जो आपको.. तो सौ मक़ाम थे.,

ये क्या किया.. कि निगाहों से गिर कर तमाशा बन गए…
💐🌺💐
तुम हो शामिल, बस तब तक महफ़िल चलेगी,

उसके बाद, बस कुछ लोग रहेंगे और भीड़ दिखेगी..
🌺💐🌺
मेरे घर से मयखाना इतना करीब ना था  ऐ दोस्त।।।

तु दुर होता गया और मयखाना करीब आ गया।।।
💐🌺💐

Sunday, 29 October 2017

Chalan to banta hai:

जिस रफ्तार से तू निकल रही है ना जिंदगी....

एक चालान तो तेरा भी बनता है....
🎋🌹🎋
किरदार की अज़मत को गिरने न दिया हमने,

धोखे तो बहुत खाए लेकिन धोखा न दिया हमने।
💐🌺💐
एक उम्र वो थी कि, जादू पर भी यक़ीन था;

एक उम्र ये है कि, हक़ीक़त पर भी शक़ है!

💐🌺💐

Monday, 16 October 2017

Best example to serve:

*मेरे हृदय को छू गई...!*

मैं पैदल वापस घर आ रहा था। रास्ते में एक बिजली के खंभे पर, एक कागज लगा हुआ था। पास जाकर देखा, लिखा था --

*कृपया पढ़ें -- "इस रास्ते पर मैंने कल एक 50 का नोट गंवा दिया है । मुझे ठीक से दिखाई नहीं देता। जिसे भी मिले, कृपया इस पते पर दे सकते हैं...!"*

यह पढ़ कर पता नहीं क्यों, उस पते पर जाने की इच्छा हुई। वहाँ जाकर आवाज लगाया, तो एक वृद्धा लाठी के सहारे धीरे-धीरे बाहर आई। मुझे मालूम हुआ, कि वह अकेली रहती है। उसे ठीक से दिखाई नहीं देता।

"माँ जी", मैंने कहा -- "आपका खोया हुआ 50 मुझे मिला है, उसे देने आया हूँ।"

यह सुन वह वृद्धा रोने लगी और बोली -- "बेटा ! अभी तक करीब 50-60 व्यक्ति, मुझे 50-50 दे चुके हैं। मै पढ़ी-लिखी नहीं हूँ। ठीक से दिखाई नहीं देता। पता नहीं कौन, मेरी इस हालत को देख, मेरी मदद करने के उद्देश्य से, लिख गया है ?"

बहुत कहने पर माँ जी ने पैसे तो रख लिए। पर एक विनती की -- "बेटा, वह मैंने नहीं लिखा है। किसी ने मुझ पर तरस खाकर, लिखा होगा। जाते-जाते उसे फाड़ कर फेंक देना बेटा।"

मैनें हाँ कहकर टाल तो दिया, पर मेरी अंतरात्मा ने मुझे सोचने पर मजबूर कर दिया, कि उन 50-60 लोगों से भी "माँ" ने यही कहा होगा। पर किसी ने भी नहीं फाड़ा।

*मेरा हृदय उस व्यक्ति के प्रति कृतज्ञता से भर गया। जिसने इस वृद्धा की सेवा का उपाय ढूँढा।सहायता के तो बहुत से मार्ग हैं , पर इस तरह की सेवा, मेरे हृदय को छू गई और मैंने भी उस कागज को फाड़ा नहीं...!*

Saturday, 14 October 2017

Interview:

एक बार एक इंटरव्यू में नसीरुद्दीन ने कहा कि अमिताभ बच्चन का सार्थक सिनेमा में खास योगदान नहीं रहा क्योंकि वो विशुद्ध व्यावसायिक अभिनेता हैं।

इसके बाद एक पत्रकार ने अमिताभ बच्चन को यह बात बताई और उनकी प्रतिक्रिया चाही।
बच्चन ने कहा" जब नसीरुद्दीन शाह के जैसा अंतर राष्ट्रीय अभिनेता कुछ कहता है तो आत्म मंथन करना चाहिये,प्रतिक्रिया नहीं देना चाहिये "

एक दफा गुलज़ार से किसी ने उनके पांच सबसे पसंदीदा गीतकारों के नाम पूछे।
गुलज़ार ने पांच गीतकार गिनवा दिये, उसमे जावेद अख्तर का नाम नहीं था।

फिर क्या था एक पत्रकार ने ये बात जावेद अख्तर को बताई और प्रतिक्रिया चाही।
जावेद अख्तर ने कहा"इस बात पर बस मैं ये कह सकता हूँ कि गुलज़ार साहब की लिस्ट में जगह पाने के लिए मुझे अभी और मेहनत करना होगा  "
यही सफलता की कुन्जी है, प्रतिक्रिया आत्म कल्याण के लिए ही हो, प्रतिशोध के लिए नहीं !
💐🌸💐🌸💐🌸💐🌸💐

Osho:

*ओशो*
Beautiful words by Osho.

जब मेरी मृत्यु होगी तो आप मेरे रिश्तेदारो से मिलने आएगे और मुझे पता भी नही चलेगा, तो अभी आ जाओ ना मुझ से मिलने।

जब मेरी मृत्यु होगी तो आप मेरे सारे गुनाह माफ कर देंगे जिसका मुझे पता भी नही चलेगा, तो आज ही माफ कर दो ना।

जब मेरी मृत्यु होगी तो आप मेरी कद्र करेंगे और मेरे बारे में अच्छी बातें कहेंगे, जिसे मैं नहीं सुन सकूँगा, तो अभी कहे दो ना।

जब मेरी मृत्यु होगी तो आपको लगेगा कि इस इंसान के साथ और वक़्त बिताया होता तो अच्छा होता, तो आज ही आओ ।

इसीलिए कहता हूं कि इंतजार मत करो इंतजार करने में कभी कभी बहुत देर हो जाती है.!
इस लिये मिलते रहो दोस्तो ।।🙏

Nobel winner says:

*नोबेल पुरस्कार विजेता स्पेनिश कवि पाब्लो नेरुदा की कविता "You Start Dying Slowly" का हिन्दी अनुवाद..*

1) *आप धीरे-धीरे मरने लगते हैं, अगर आप:*
- करते नहीं कोई यात्रा,
- पढ़ते नहीं कोई किताब,
- सुनते नहीं जीवन की ध्वनियाँ,
- करते नहीं किसी की तारीफ़।

2) *आप धीरे-धीरे मरने लगते हैं, जब आप:*
- मार डालते हैं अपना स्वाभिमान,
- नहीं करने देते मदद अपनी और न ही करते हैं मदद दूसरों की।

3) *आप धीरे-धीरे मरने लगते हैं, अगर आप:*
- बन जाते हैं गुलाम अपनी आदतों के,
- चलते हैं रोज़ उन्हीं रोज़ वाले रास्तों पे,
- नहीं बदलते हैं अपना दैनिक नियम व्यवहार,
- नहीं पहनते हैं अलग-अलग रंग, या
- आप नहीं बात करते उनसे जो हैं अजनबी अनजान।

4) *आप धीरे-धीरे मरने लगते हैं, अगर आप:*
- नहीं महसूस करना चाहते आवेगों को, और उनसे जुड़ी अशांत भावनाओं को, वे जिनसे नम होती हों आपकी आँखें, और करती हों तेज़ आपकी धड़कनों को।

5) *आप धीरे-धीरे मरने लगते हैं, अगर आप:*
- नहीं बदल सकते हों अपनी ज़िन्दगी को, जब हों आप असंतुष्ट अपने काम और परिणाम से,
- अग़र आप अनिश्चित के लिए नहीं छोड़ सकते हों निश्चित को,
- अगर आप नहीं करते हों पीछा किसी स्वप्न का,
- अगर आप नहीं देते हों इजाज़त खुद को, अपने जीवन में कम से कम एक बार, किसी समझदार सलाह से दूर भाग जाने की..।
*तब आप धीरे-धीरे मरने  लगते हैं..!!*

*इसी कविता के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ। *

Kal ki khabar:

आगाह अपनी मौत से कोई बशर(आदमी) नहीं,

सामान सौ बरस के हैं कल की ख़बर नहीं

🎋🌺🎋
इतनी सारी यादों के होते भी जब दिल में
वीरानी होती है तो हैरानी होती है
🎋🌺🎋
"Quality is never an accident. It is always the result of intelligent effort." - John Ruskin
🎋🌺🎋
अच्छा है उन से कोई तक़ाज़ा किया न जाए ,

अपनी नज़र में आप को रुस्वा किया न जाए !!
🎋🌺🎋
बेहद छोटी सी लिस्ट बनाई है अपनी ख्वाहिशों की...

पहले पेज पर तुम्हें लिखा आखिर में भी तेरा जिक्र है.
🎋🌺🎋
चमक तो सकतें हैं हम भी.. गैरों की चमक चुराके ...

मगर उधार की रोशनी का चाँद बनना हमें मंजूर नहीं..
🌺🙏🏻🙏🏻🌺
जिस को ख़ुश रहने के सामान मयस्सर सब हों

उस को ख़ुश रहना भी आए ये ज़रूरी तो नहीं
🎋🌺🎋
गमो का बहाना होता है मगर दर्द का पैमाना नही होता

हंसी का बहाना होता है मगर खुशियो का पैमाना नही होता
🎋🎋🌺🎋🎋
उस ने मंज़िल पे ला के छोड़ दिया

उम्र भर जिस का रास्ता देखा
🎋🌺🎋

New beginning:

कितनी शक्लों में मिले मुझको सताने वाले,

ख़ूब घुल मिल के मिले मुझको मिटाने वाले

🌺🌷🌺
आज बड़ी देर तक वो मुझे देखता रहा ,

ना जाने क्यूँ लगा कि वो मुझे छोड़ जाएगा
🌾🌺
गुज़र गई है मगर रोज़ याद आती है

वो एक शाम जिसे भूलने की हसरत है
🌾🌺🌾
किस सोच में हैं आइने को आप देख कर

मेरी तरफ़ तो देखिए सरकार क्या हुआ
🍂🌺🌺🍂
गाहे गाहे की मुलाक़ात ही अच्छी है

क़द्र खो देता है हर रोज़ का आना जाना
🍂🌷🍂
पत्थर मुझे कहता है मेरा चाहने वाला,

मैं मोम हूँ उसने मुझे छूकर नहीं देखा

🌾🌹🌾
इतनी चाहत से न देखा कीजिए महफ़िल में आप

शहर वालों से हमारी दुश्मनी बढ़ जाएगी
🍂🌸🍂
किया करते थे बातें ज़िंदगी-भर साथ देने की

मगर ये हौसला हम में जुदा होने से पहले था
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रहे न कुछ मलाल बड़ी शिद्दत से कीजिये...

नफरत भी कीजिये तो ज़रा मोहब्बत से कीजिये..!
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कितने मसरूफ हैं हम जिंदगी के कशमकश में,

इबादत भी जल्दी में करते हैं, फिर से गुनाह करने के लिए

Sunday, 17 September 2017

सोच को ऊंची रक्जें:

"याद रखें कि सबसे खुश वे नहीं जिन्हें अधिक मिल रहा हो,

बल्कि वे हैं जो ज्यादा दे रहे हैं।"
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"सोच को ऊंची रखें, और असफलता के लिए भी तैयार रहें।"
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जब किसी मासूम बच्चे को देखकर वात्सल्य की जगह वासना उमड़ने लगे तो मान लीजिये कि हमारे समाज का नैतिक, वैचारिक और मानसिक पतन हो चुका है।
"सीमाएं केवल हमारे दिमाग में हैं। लेकिन अगर हम अपनी कल्पनाओं का उपयोग करें, तो हमारी संभावनाएं असीमित हो जाती हैं।"
तू कहानी ही के पर्दे में भली लगती है

ज़िंदगी तेरी हक़ीक़त नहीं देखी जाती
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"जिस व्यक्ति ने कभी कोई गलती नहीं की, उस व्यक्ति ने कभी कुछ नया करने की कोशिश नहीं की।"
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मिज़ाज़ औऱ हक़ीक़त:

मिजाज़ और हक़ीक़त कुछ और है यानी

तेरी निगाह से तेरा बयाँ नहीं मिलता
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हसरत से उस कूचे को क्यों कर न देखिये,

अपना भी इस चमन में कभी आशियाना था।
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ओस के मोतियों से ये पूछो

आबरू-ए-हयात  कितनी है
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''ये सांझ ……
परिंदे फूल पत्तियां
चाँद तारों को देखना
भी खुदा की नेमत है!!

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''जब भी आंखे उदास होती है,
बारिशे … रास नहीं आती …!!

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वो ''पानी'' पर इश्क़ लिख कर भूल गया,,
हम आज भी आंखों में समंदर भर कर बैठे हैं!

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Sunday, 10 September 2017

चूहा अगर पत्थर:

चूहा अगर पत्थर का हो तो सब उसे पूजते हैं
मगर जिन्दा हो तो मारे बिना   चैन  नहीं लेते हैं..
साँप अगर पत्थर का हो तो सब उसे पूजते हैं
मगर जिन्दा हो तो उसी वक़्त मार देते हैं..
माता  अगर पत्थर की हो तो सब पूजते हैं, माँ कहते हैं
मगर जिन्दा है तो कीमत नहीं समझते। 
बस यही समझ नहीं आता कि
ज़िन्दगी से इतनी नफरत क्यों और
पत्थरों से इतनी मोहब्बत क्यों.. 🙏
*जिस तरह लोग मुर्दे इंसान को कंधा देना पुण्य समझते हैं*

*काश इस तरह ज़िन्दा इंसान को सहारा देंना पुण्य समझने लगे तो ज़िन्दगी आसान हो जायेगी*

                *🙏*

डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा

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