Sunday, 14 July 2019

मेरी ही बात मेरे तक पहुँच नहीं पाई


If you want to succeed, keep your word. Your word is your bond. Keep your promises. That’s how you build your reputation and create trust.
मेरी ही बात मेरे तक पहुँच नहीं पाई
मगर ये बात ज़माने में फैल  उठ्ठी है
Long hours. Stress. Tension. Anxiety. Struggles. Often lonely. Crisis after crisis. Sacrifices. Frustration. Mistakes. Yup, you are on the right path.
सख़्त हाथों से भी, छूट जाती हैं उंगलियां......!!
रिश्ते ज़ोर से नही, तमीज़ से थामे जाते हैं......!!!!
इ़त्तेफा़क से ही सही रंग सबने दिखाए हैं,
चेहरे सबने बदले हैं, सामने जब आये है ॥
निगाहें खोलनी पड़ती हैं आसमान की ऊंचाईयों तक .
यूँ बंद मुठ्ठीयों के चयन से फ़ैसले नहीं होते साहब...
जब तक रास्ते समझ आते है तब तक लौटने का वक्त हो जाता है।
इल्ज़ाम लगाना जिनकी  फ़ितरत हो
मुश्किल काम उनसे होते कहाँ हैं
मिलता है सुकून दिल को उस यार के कूचे में
हर रोज मगर जाना अच्छा भी नहीं लगता
दुख अपना अगर हम को बताना नहीं आता
तुम को भी तो अंदाज़ा लगाना नहीं आता
कहानी ख़त्म हुई और ऐसे ख़त्म हुई
कि लोग रोने लगे तालियां बजाते हुए

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