Thursday, 30 May 2019

इंसाँ की ख़्वाहिशों की कोई इंतिहा नहीं


इंसाँ की ख़्वाहिशों की कोई इंतिहा नहीं
दो गज़ ज़मीं भी चाहिए दो गज़ कफ़न के बाद
रोज़ मिट्टी में कहां जान पड़ा करती है...
इश्क सदियों में कोई ताजमहल देता है..!!
गिला भी तुझसे बहुत है मगर मुहब्बत भी,
वो बात अपनी जगह है ये बात अपनी जगह
ख्वाहिशें नहीं होती किसी उम्र की मोहताज...
कुछ शौक अगर जिंदा है तो  सांसें भी कम पड़ जाती है.....!!

जरुरी तो नहीं, हर चाहत का मतलब इश्क हो,


जरुरी तो नहीं, हर चाहत का मतलब इश्क हो,
कभी कभी कुछ अनजान रिश्तों के लिए भी…
दिल बेचैन हो जाता है…!!!!
इक टहनी पे चाँद टिका था..
मैं ये समझा तुम बैठे हो...
किरदार ही तो निभाते हैं लोग,
असली चेहरा यहाँ किसका नजर आता है
इज्जतदारों का शहर है साहब यें,
लोग एक-दुसरे के इज्जत से खेल जाते है
शीशे में शामिल है अस्क तेरा...
लोग खामखाँ मेरी आँखों को दोष देते है।
मैं ही सबब था अबके भी अपनी शिकस्त का
इल्ज़ाम अबकी बार भी  कि़स्मत के सर गया

Monday, 27 May 2019

मलाल इस बात का नहीं


मलाल इस बात का नहीं
कि अब वह मेरा नहीं
तसल्ली इस बात की है कि हम भी अब किसी के नहीं
ना जाने कैसी नजर लगी जमाने की
वजह ही नहीं मिल रही मुस्कुराने की
फिक्र  बता  रही  है  मोहब्बत  जिन्दा  है
फासलो  से  कह  दो  गुरुर  ना  करे
सच घटे या बढ़े तो सच न रहे,
झूट की कोई इंतिहा ही नहीं...
एक पल भी ना निभा सकेंगे मेरा किरदार,
वो लोग जो मुझे मशवरे हजार देते हैं.
"मन की लिखूँ तो शब्द रूठ जाते हैं ,
और सच लिखूँ तो अपने रूठ जाते हैं.."
विपरीत परिस्थितियों में कुछ लोग टूट जाते हैं,
तो कुछ लोग रिकॉर्ड तोड़ देते हैं.....!!

तुम हकीकत नहीं हो, हसरत हो........


तुम हकीकत नहीं हो, हसरत हो........
जो मिले....... ख़्वाब में वो दौलत हो
*उज़्र आने में भी है  और बुलाते भी नही
°बाइस-ए-तर्क-ए-मुलाक़ात बताते भी नहीं!
* =  आपत्ति
° =  मिलना बन्द करने का कारण


मैंने छत पर पहुँच कर सीढ़ी को उपेक्षा से देखा ,
उसने कहा
'अच्छा ? उतरना       
~हरिवंश राय बच्चन

यार ! अब मेरे लिए तू ही ज़रा सोचके देख
ये सुना है तेरा सोचा हुआ हो जाता है
-
एक परिंदा रोज टकराता है मेरे घर की खिड़कियों के शीशे से,
जरूर इस इमारत की जगह कभी कोई दरख़्त रहा होगा...

इस तरह तुम से दूर चले जाना जरूरी नहीं था
पास तुम्हारे रहने का कोई बहाना भी नहीं था
Sometimes you need bad things to happen to inspire you to change and growth
उसने कागज की कई कश्तियाँ पानी में उतारी
और ये कह कर बहा दी कि समंदर में मिलेंगे
एक मिनट में ज़िन्दगी नहीं बदलती, पर......
एक मिनट सोच कर लिया गया फैसला............
पूरी ज़िन्दगी बदल देता है।
मैं उसके करीब नहीं होना चाहता
बना कर उसे अपना, खोना नहीं चाहता
शत्रु तो स्वयं ही बन जाते हैं,
मित्र बनाने के लिए प्रयत्न करना पड़ता है।

एक उम्र अपने बच्चों को उँगली थमाई फिर।।

एक उम्र अपने बच्चों को उँगली थमाई फिर।।
बूढ़े  ने  एक  दुकान  से  लाठी  ख़रीद  ली।।
मैं संग-ए-रह हूँ तो ठोकर की ज़द पे आऊँगा..
तुम आईना हो तो फिर टूटना ज़रूरी है..!!
न सोचो तर्क-ए-तअल्लुक़ के मोड़ पर रुक कर.. क़दम बढ़ाओ कि ये हादसा ज़रूरी है..!!
तुम तब तब ही! ग़ैर लगे हो
जब दिल को लगा अपने हो
फ़ासलों का हम, कोई छोर ढूँढ रहे हैं..
सबर रखिये.... के आप तक पहुँच रहे हैं..
यूँ तो तंज़ कसनेवालों ने , कभी कोई कमी ना की ,
हमने भी मगर कमर कसी और अपनी मंजिल की ओर चल दिये ,,,

हम दोनों वो अजनबी है, जो

हम  दोनों  वो  अजनबी  है, जो
एक-दूसरे के बारे में बखूबी जानते है
 गैरों को क्या पड़ी है कि रुस्वा मुझे करें
इन साजिशों में हाथ किसी आशना का है..!
Don’t give up your dreams because of the opinion of somebody else. Believe in yourself and work towards your own goal. It's your own life, live it.
उसके हाथो की गिरिफ्त ढीली पड़ी तो महसूस हुआ...
यही वो जगह है..जहाँ रास्ता बदलना है...
Failure is a lesson learned.
Success is a lesson applied.
तुम रहने दो मेरे मन को बहलाने को,
तुम बिन ही....
मैंने मन को मना लिया है....
छलनी-छलनी पड़े हैं मगर ग़म नहीं,
शिकस्त गिरे हैं पर हौंसले कम नहीं...

सलीक़े से हवाओं में जो ख़ुशबू घोल देते हैं


सलीक़े से हवाओं में जो ख़ुशबू घोल देते हैं
अभी भी कुछ लोग बाक़ी हैं .... जो मीठा बोल  लेते हैं
तमन्ना और हसरत में ज़रा सा फ़र्क होता है....
इसे कश्ती नहीं मिलती... उसे साहिल नहीं मिलता!!!
महफूज़ रख, बेदाग रख, मैली ना कर ज़िंदगी.
मिलती नहीं इंसान को किरदार की चादर नई..!!
जो दिल का हाल है
वही दिल्ली का हाल है...
इक नाम क्या लिखा तिरा साहिल की रेत पर
फिर उम्र भर हवा से मेरी दुश्मनी रही
इन्सान का पतन उस समय शुरू हो जाता है     
जब अपनाें काे गिरानें की सलाह गैराे से लेना शुरू कर देता है..

Wednesday, 22 May 2019

*मृत्यु*:

*मृत्यु*
जब कोई इंसान इस दुनिया से विदा हो जाता है तो उसके कपड़े, उसका बिस्तर, उसके द्वारा इस्तेमाल किया हुआ सभी सामान उसी के साथ तुरन्त घर से निकाल दिये जाते है।
पर कभी कोई उसके द्वारा कमाया गया धन-दौलत. प्रोपर्टी, उसका घर, उसका पैसा, उसके जवाहरात आदि, इन सबको क्यों नही छोड़ते?
बल्कि उन चीजों को तो ढूंढते है, मरे हुए के हाथ, पैर, गले से खोज-खोजकर, खींच-खींचकर निकालकर चुपके से जेब मे डाल लेते है, वसीयत की तो मरने वाले से ज्यादा चिंता करते है।
इससे पता चलता है कि आखिर रिश्ता किन चीजों से था।
इसलिए पुण्य परोपकार ओर नाम की कमाई करो। इसे कोई ले नही सकता, चुरा नही सकता। ये कमाई तो ऐसी है, जो जाने वाले के साथ ही जाती है।
हाड़ जले ज्यूँ लाकड़ी, केस जले ज्यूँ घास।
कंचन जैसी काया जल गई, कोई न आयो पास

Friday, 17 May 2019

संगत से गुण ऊपजे:

*एक भंवरे की मित्रता एक गोबरी (गोबर में रहने वाले) कीड़े से थी ! एक दिन कीड़े ने भंवरे से कहा- भाई तुम मेरे सबसे अच्छे मित्र हो, इसलिये मेरे यहाँ भोजन पर आओ!*
*भंवरा भोजन खाने पहुँचा! बाद में भंवरा सोच में पड़ गया- कि मैंने बुरे का संग किया इसलिये मुझे गोबर खाना पड़ा! अब भंवरे ने कीड़े को अपने यहां आने का निमंत्रन दिया कि तुम कल मेरे यहाँ आओ!*
*अगले दिन कीड़ा भंवरे के यहाँ पहुँचा! भंवरे ने कीड़े को उठा कर गुलाब के फूल में बिठा दिया! कीड़े ने परागरस पिया! मित्र का धन्यवाद कर ही रहा था कि पास के मंदिर का पुजारी आया और फूल तोड़ कर ले गया और बिहारी जी के चरणों में चढा दिया! कीड़े को ठाकुर जी के दर्शन हुये! चरणों में बैठने का सौभाग्य भी मिला! संध्या में पुजारी ने सारे फूल इक्कठा किये और गंगा जी में छोड़ दिए! कीड़ा अपने भाग्य पर हैरान था! इतने में भंवरा उड़ता हुआ कीड़े के पास आया, पूछा-मित्र! क्या हाल है? कीड़े ने कहा-भाई! जन्म-जन्म के पापों से मुक्ति हो गयी! ये सब अच्छी संगत का फल है!*
   *संगत से गुण ऊपजे, संगत से गुण जाए*
   *लोहा लगा जहाज में ,  पानी में उतराय!*

*कोई भी नही जानता कि हम इस जीवन के सफ़र में एक दूसरे से क्यों मिलते है,*
*सब के साथ रक्त संबंध नहीं हो सकते परन्तु ईश्वर हमें कुछ लोगों के साथ मिलाकर अद्भुत रिश्तों में बांध देता हैं,हमें उन रिश्तों को हमेशा "संजोकर" रखना चाहिए।*


दरिया के तलातुम से तो बच सकती है कश्ती:


दरिया के तलातुम से तो बच सकती है कश्ती
कश्ती में तलातुम हो तो साहिल न मिलेगा ।
तलातुम  - dashing of waves



बे-वजह शर्तें सुना देते हो तुम मुझे "इश़्क" की
कभी देखते क्यों नहीं "तुझमें"ही कैद हूँ "मैं"..!!!



फूल तो फूल हैं आँखो से घिरे रहते हैं
काँटे बेकार हिफाज़त में लगे रहते हैं



तेरे सिवा भी कई रंग ख़ुशनज़र थे मगर 
जो तुझको देख चुका हो वो और क्या देखे ।



ये दुख नहीं कि अँधेरों से सुलह की हमने 
मलाल ये है कि अब सुबह की तलब भी नहीं।



दो  गज  ही  चाहिए
तो  सिकँदर  हो  जाओ ,
अगर  पूरी  क़ायनात  चाहिए

तो  कबीर  होना  होगा .


मैं चुप रहा तो गलतफहमियां और बढ़ी,
वो भी  सुना है  उसने जो मैंने कहा नहीं

“अदब से आरी दरिंदा सिफात लोगों में,:


क्या बेहतरीन अश’आर-
“अदब से आरी दरिंदा सिफात लोगों में,
मैं बैठता ही नहीं वाहियात लोगों में..
तवील नहीं मेरे आशनाओं की फेहरिस्त
मेरी गिनती होती है पाँच-सात लोगों में!”
A champion is not defined by his wins, but the recoveries from the number of setbacks he had.
 "मोहब्बत" गलती मुझ अकेले की नहीं थी
हाथ उसका भी शामिल है! तबाही में मेरी
दुख देकर भी सवाल करते हो
तुम भी ग़ालिब क्या कमाल करते हो।
वफ़ा परस्त नहीं था तो और क्या था वो
हाथ ज़ख्मी कर लिए जिसने .... आइना बनाते हुए ....
Don’t worry about finishing a book. Don’t like it, pick another one. Each book is an opportunity to learn something new. Keep reading. Keep learning. Keep succeeding.
""रंग देखते है लोग मेरे चेहरे का........
चुपके से तेरा नाम पुकार के""
वक़्त दो मुझ पर कठिन गुज़रे हैं सारी उम्र में
इक तेरे आने से पहले इक तेरे जाने के बाद
हमारी बात किसी की समझ में क्यूँ आती
ख़ुद अपनी बात को कितना समझ रहे हैं हम

कुछ लोग जिंदगी में आते हैं :

 कुछ लोग जिंदगी में आते हैं
हादसा बनने हिस्सा नहीं,
किस्सा बनने कहानी नहीं
यादे अय्याम कि इक महफ़िले जाँ थी कि जहाँ
हाथ खींचे भी गये और मिलाये भी गये !
मेरी आँखें  देख,तेरे मिजाज़ का अंदाज़ा लगा लेते हैं
लोग अब तुझको मेरे चेहरे से ढूँढ लेते हैं
होगी कितनी चाहत उस दिल में,
जो खुद ही मान जाये कुछ पल खफा होने के बाद
""सच्ची मोहब्बत की निशानी यहीं होती हैं कि........
उस के बाद फिर किसी से मोहब्बत नहीं होती""
बड़े हसीन थे फ़रेब तेरे ए ज़िंदगी,
मरते मरते भी ऐतबार करने को जी चाहता है
कुछ   इस   तरह   से  मुझे  वो  गले
लगा  के  गया ।
के  जिस्म  छोड़  गया,  रूह   साथ
ले  के  गया  ।।
इस दौरे सियासत का इतना-सा फ़साना है,
बस्ती भी जलानी है, मातम भी मनाना है।

बड़े घरों में रही है बहुत ज़माने तक,:

बड़े घरों में रही है बहुत ज़माने तक,
ख़ुशी का जी नहीं लगता ग़रीब-ख़ाने में...
कहीं ज़मीं से तअल्लुक़ न ख़त्म हो जाए
बहुत न ख़ुद को हवा में उछालिए साहिब
इस तरह होश गँवाना भी कोई बात नहीं
और यूँ होश से रहने में भी नादानी है

काँटों से गुज़र जाता हूँ दामन को बचा कर:


काँटों से गुज़र जाता हूँ दामन को बचा कर
फूलों की सियासत से मैं बेगाना नहीं हूँ
उन्हें कामयाबी में सुकून नजर आया
तो वो दौड़ते गए,
हमें सुकून में कामयाबी दिखी
तो हम ठहर गए!
अगर कोई आप पर आँख बंद करके भरोसा करे,
तो आप उसका भरोसा तोड़ कर..
ये अहसास मत करवाओ कि वो अंधा है।

क्यों पहना रहे हो मुझे

अगर कुछ सीखना है तो खामोशी को पढ़ना सीख लो..
वरना लफ़्ज़ों के मतलब तो हजारों निकलते है।
क्यों  पहना रहे हो मुझे 
तुम  काँच  का लिबास
बच  गया है  क्या  फिर 
कोई  पत्थर  तुम्हारे  पास
Be proud of your mistakes,
they’re a sign of your
courage to try.

To talk bad of others is a dishonest way of praising ourselves.

Fear is simply a poor management of your mindset.
Define your fear & you’ll conquer it. It’s usually smaller than you think.
वाक़िफ़ कहाँ ज़माना हमारी उड़ान से
वो और थे जो हार गए आसमान से
लगाओ जितना ज़ोर लगा सको
ना मुझे रोक पाओगे और ना मेरी ऊँचाईयो को..!!
शब्द सीमाएँ पार करते हैं तो
अर्थ .............दिल दुखाते हैं!
"People tend to whisper when they say the truth and raise their voice when they lie."
ख्वाब  में  ही  दिल  बेहला  लिया ,
असल  में  तो  वो  आने  से  रहे .....
मैं पेन्सिल से लिखता हूँ,
इसका ये मतलब नही की
मेरे अल्फ़ाज,
यूं ही मिटा दिए जाएंगे...

रब्त ए यार टूटा तो एहसास हुआ दिल को

रब्त ए यार टूटा तो एहसास हुआ दिल को
कितना अहम था वो शख़्स ज़िन्दा रहने के लिए
हुस्न के क़सीदे तो गढ़ती रहेंगी महफिलें,
झुर्रियां प्यारी लगें तो मान लेना इश्क़ है.
"Either you deal with what is the reality or you can be sure that the reality is going to deal with you." - Alex Haley
सामने है जो उसे लोग बुरा कहते हैं
जिस को देखा ही नहीं उस को ख़ुदा कहते हैं

एक दिन शिकायत तुम्हे "वक़्त"
और "ज़माने" से नही "खुद" से होगी....
कि
ज़िंदगी सामने थी और
तुम "दुनिया" मैं उलझे रहे....
कोकिल तब तक मौन रहते है. जबतक वो मीठा गाने की क़ाबलियत हासिल नहीं कर लेते और सबको आनंद नहीं पंहुचा सकते l

Thursday, 16 May 2019

मजाल न थी:

मजाल ना थी ... दुश्मनों को हाथ उठाने की

मगर अपनों ने ही आस्तीनों में हाथ पकड़ रखे थे ....

Thursday, 9 May 2019

Working is:

Working is how you spend most of your life. To have a great life, do great work. And the only way to do great work is to love what you do.

अजब चराग़ हूँ दिन रात जलता रहता हूँ,
मैं थक गया हूँ हवा से कहो बुझाए मुझे।

little bit of stress is good you. It’s just like lifting weights, no pain, no gain. Going through it makes you stronger. A sign of growth. But don’t be stressed all the time. Just like you can’t lift weights all the time, you don’t want to be stressed all the time.
न जाने रूठ के बैठा है दिल का चैन कहाँ

मिले तो उस को हमारा कोई सलाम कहे
मुक्कमल कहाँ हुई, जिन्दगी किसी की,

आदमी कुछ खोता ही रहा, कुछ पाने के लिए

Stay positive in a negative situation and you’ll get a positive result.

सब नज़रों का नज़रिया है साहब,,,,,
जिस नज़र से जिसे भी देखेंगे ,,,,, वो वैसा ही नज़र आएगा !!!!!

आएंगे हम याद तुम्हे एक बार फिर से

जब तेरे अपने फ़ैसले तुझे सताने लगेंगे... !

आग तो अपने ही लगा सकते हैं,
ग़ैर तो सिर्फ़ हवा देते हैं...

जिंदगी में कुछ नेक काम एसे भी करने चाहिए,
जिनका खुदा के सिवा कोई दुसरा गवाह
ना हो...

Personality:

नाम देने  से   कौन  सा  रिश्ता  संवर  जाता है
जहाँ  रूह  ना बंधे  दिल  बिखर  जाता है ..!!

हमें रास्तों कि ज़रूरत नहीं है
हमें तेरे पाँव के निशाँ मिल गए है

"Personality can open doors, but only character can keep them open." - Elmer G. Letterman

सुबह के तख़्त नशीं शाम को मुजरिम ठेहरे,

हम ने पल भर में नसीबों को बदलते देखा...

Everything:

आज तुम याद बहुत आए हो
फिर मेरा नाम भूल गए थे क्या

ग़र मुझ को सलीके से तोड़ते तुम......!!
मेरे टुकड़े भी तुम्हारे काम आते......!!!!

कौन अच्छा है इस ज़माने में
क्यूँ किसी को बुरा कहे कोई

ऐ शम्अ' तुझ पे रात ये भारी है जिस तरह
मैं ने तमाम उम्र गुज़ारी है इस तरह

शिकायतें ना होंगी
तो
अपनापन कहाँ होगा
फिर
अपने और पराए में
भेद क्या होगा

Everything takes longer than you think. Have patience

हमारी  अफवाह के  धुएं  वहां  से  उठते हैं
जहाँ  हमारे  नाम से आग  लग जाती है ..!!

कहीं मिलेगी प्रशंसा..
तो कहीं नाराजगियों का बहाव मिलेगा..
कहीं मिलेगी दुआ.. तो कहीं भावनाओं में दुर्भाव मिलेगा..
तू चलाचल राही अपने कर्मपथ पे
'जैसा तेरा भाव' वैसा 'प्रभाव' मिलेगा..

Result with 95%:

*आजकल 10वी और 12वी क्लास के रिजल्ट्स आ रहे हैं । 95 % स्कोर करने वाले बच्चों के अभिभावक बड़े गर्व से उनका नाम और फोटो डाल रहे हैं । भला अपनी संतान की उल्लेखनीय सफलता पर किस माता-पिता को गर्व नहीं होगा ? किसकी छाती चौड़ी नहीं होगी ? ऐसे सभी सफल बच्चों और उनके माता-पिता को बहुत बहुत बधाई ।*

*लेकिन उनका क्या जिन बच्चों ने 54 % स्कोर किया उनके अभिवावकों  के पास गर्व करने के लिए कुछ नहीं है क्या ? ऐसे छात्र और छात्राएँ जो इस परीक्षा में अच्छे अंक नहीं ला सके -अपने माता-पिता की आशाओं और आकांक्षाओं पर खरा नहीं उतर सके-वे निश्चित ही निराश और हताश होंगे -हो सकता है उन्हें तरह तरह के तानों का भी सामना करना पड़ रहा हो - मेरी यह पोस्ट ऐसे ही छात्र-छात्राओं और अभिवावकों के लिए है :*

*1987 की बात है । Italy में रोम नगर में atheletics की world championships हो रही थीं ।*
*1500 मी की दौड़ में भारत का प्रतिनिधित्व कश्मीरा सिंह कर रहे थे ।*
*1500 मीटर की दौड़ में ट्रैक के कुल पौने चार चक्कर लगाने होते हैं । यानी पहले राउंड में कुल 300 मीटर और बाकी 3 राउंड में कुल 1200 मी ।*
*दौड़ शुरू हुई ........ कश्मीरा सिंह ने दौड़ शुरू होते ही बढ़त बना ली । ट्रैक पे लगभग 40 से ज़्यादा धावक दौड़ रहे थे । पर कश्मीरा सिंह सबसे आगे थे । कमेंटेटर ने बताया ....... india का athelete सबसे आगे चल रहा है .......*
*3 round तक कश्मीरा सिंह सबसे आगे चले । पर कमेंटेटर उनकी इस दौड़ से कतई इम्प्रेस नहीं था । वो पीछे चल रहे किन्ही दो अन्य धावकों पे निगाह रखे थे ।*
*बहरहाल चौथा और आखिरी राउंड शुरू हुआ । एक धावक बढ़ के कश्मीरा सिंह से आगे आ गया । और उसके बाद कश्मीरा सिंह उस भीड़ में खो गए और फिर कभी नहीं दिखे । बाद में जब हम लोगों ने record book देखी तो पता चला की शायद कश्मीरा सिंह 40 में से 38वे स्थान पे रहे ।*

*ज़िन्दगी की दौड़ में इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप पहले राउंड में आगे हैं कि नहीं । फर्क इस बात से पड़ता है कि finishing लाइन पे सबसे पहले कौन पहुंचा । उस दौड़ में सोमालिया के Abdi Bile फिनिशिंग लाइन पे सबसे पहले पहुंचे और उन्होंने Gold medal जीता ।*
*इतिहास में नाम Abdi Bile का दर्ज है न कि कश्मीरा सिंह का ।*

*मित्रों ...... अभी तो ज़िन्दगी की marathon दौड़ का बमुश्किल पहला राउंड पूरा हुआ है ....... फिनिशिंग लाइन पे न जाने कौन पहुंचेगा सबसे पहले । शुरू में बहुत तेज़ दौड़ने वाले ज़रूरी नहीं की इसी दमखम से लगे रहे ।*
*सबसे आगे वो आएगा जो धैर्य पूर्वक लगा रहेगा । जो बिना हार माने दौड़ता रहेगा । वो जिसकी निगाह लक्ष्य पे रहेगी ।*

*जीतना ज़रूरी भी नहीं । मज़ा दौड़ पूरी करने में भी है ।*

*ज़िन्दगी की दौड़ में अक्सर 54 % भी जीतते हैं ।*

*याद रखना chinese bamboo ....... सबसे देरी से उगता है पर उगते ही 7 हफ्ते में 40 फुट का हो जाता है ।*

*इस लिये दौड़ते रहो ....... रुकना मत .....*

*और एक अंतिम विनती कि आप अपने बच्चो की तुलना किसी और से न करे...क्योकि हर एक बच्चा आदित्य है,अद्भुत है एवँ विशेष है।*

Saturday, 4 May 2019

Misery loves company:

“आईना कब किसको, सच बता पाया है...,

जब देखा दायाँ तो, बायाँ ही नजर आया है !”

Misery loves company. Stay away from miserable people. If you want to succeed, stick with successful people and watch your life transform.

जिंदगी में जितने अच्छे बनोगे,
उतने घटिया लोग मिलेंगे..!

Only be around people who are going to lift you higher.

उतर भी आओ कभी आसमाँ के ज़ीने से,
तुम्हें ख़ुदा ने हमारे लिए बनाया है...

Don't let your happiness depend on something you may lose.

चढ़ते सूरज के पूजारी तो लाखों हैं
डूबते वक़्त हमने सूरज को भी तन्हा देखा...

ख्वाहिश तेरे संग जिंदगी गुजार लेने की है
इससे बड़ा अब तक कोई ख्वाब नही देखा मैंने

"मनचाहा" बोलने के लिए
"अनचाहा" सुनने की ताकत
होनी चाहिए..

मुद्दतो बाद फिर आई हिचकियां मुझे ,,,
तुम फिर टूट चुके हो क्या ..??

गलत वे नहीं थे ...जिन्होंने धोखा दिया,
गलत हम ही थे, जिसने मौका दिया..

It does not matter how many peaks you reach if there is no joy in the climb.

इतनी आसानी से आता नहीं लफ़्जों से गुरेज़
आते-आते ही ख़मोशी का हुनर आता है

सुकून से चल रही हो तो
लगता है जिंदगी थम गई हैं

फिर से परेशानियों की
तलाश करने लगता हूं मैं.

जिन्दगी मुहँ:

Everything in life is a reflection of a choice you have made.
Make choices that lead you to the outcome you want!

ज़िन्दगी मुंह बनाये फिरती है,,,
जैसे हालात मेरे बस में हों???

ये रात कुछ अलग है..
वरना क्यूँ इतना याद आते .??!!

तुझ से दानिश्ता फासला रखना ,,,
ये मेरी आखिरी सियासत थी ..!!!

सफ़र में ऐसे कई मरहले भी आते हैं
हर एक मोड़ पे कुछ लोग छूट जाते हैं

ठीक से ज़ख़्म का अंदाज़ा किया है किसने
बस सुना था कि बिछड़ते हैं तो मर जाते हैं ...

उम्र का बढ़ना तो दस्तूर- ए जहाँ है,
महसूस ना करो तो बढ़ती कहाँ है..

"Talent wins games, but teamwork and intelligence win championships." - Michael Jordan

मैं ने तो यूँही राख में फेरी थीं उँगलियाँ
देखा जो ग़ौर से तेरी तस्वीर बन गई

हर एक शख़्स को दुश्मन अगर बनाओगे
मिज़ाज पूछने वाला कहाँ से लाओगे ...!

छोटा सवाल:

छोटे से सवाल  पर  इतनी  खामोशी  क्यों है

यही  तो पूछा था कि  भूल गए  हो
         या भूला  रहे हो ..!

If you don’t build your dreams, others will hire you to build theirs.

Stop getting distracted by things that have nothing to do with your goals.

मंजिल की चाहत में, कुछ लोग
मुसाफिर ही रह गए..

दिल की बिसात:

Successful people aren’t necessarily brilliant or talented or gifted. But they are all highly motivated. That’s what drives them to work harder, take action, turn dreaming into doing, & just keep on going. Stay motivated!

You choose what your worth is.

दिल की बिसात क्या थी निगाह-ए-जमाल में
इक आईना था टूट गया देख-भाल में

कोई तराज़ू नहीं होता रिश्तों का वज़न तोलने के लिए....

परवाह बताती है, की ख्याल का पलड़ा कितना भारी है...

बात सिर्फ अल्फाजो की थी  "साहब "
जज़्बात तो तुम.वैसे भी समझते नहीं   !!

डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा

 [8:11 AM, 8/24/2023] Bansi Lal: डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा [8:22 AM, 8/24/2023] Bansi La...