Friday, 5 May 2017

मिट चले हर्फ़:

मिट चले मेरी उम्मीदों की तरह हर्फ मगर.....
आज तक तेरे खतों से तेरी खुशबू नहीं गई

"आपकी चाल के धीमा होने का फ़र्क तब तक नहीं पड़ता जब तक कि आप रुक न जाएं। "

"जब प्रेम और कौशल एक साथ काम कर रहे हों तो एक उत्कृष्ट कृति की उम्मीद रखें।"

ज़िन्दगी तुझसे हर इक साँस पे समझौता करूँ?
शौक़ जीने का है मुझको, मगर इतना तो नहीं....

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