Friday, 12 August 2016

हवा ही ऐसी चली:

फिर अधूरी रह गई दास्ताँ एक खुबसूरत मोहब्बत की,
किसीने मंजिल बदल ली तो किसीने रास्ता !!........

Quitting is the easiest way out of any problem but unluckily it doesn't settle the problem. So, to settle a problem first - before quitting! so that someone else doesn't have to pick up the pieces.

कई जीत बाकी हैं
कई हार बाकी हैं
अभी तो जिंदगी का सार बाकी है
यंहा से चले हैं नयी मज़िल के लिए
ये एक पन्ना था ...!
अभी तो किताब बाकी है

मुश्किलें केवल बहतरीन लोगों
के हिस्से में ही आती हैं .!!!!
क्यूंकि वो लोग ही उसे बेहतरीन
तरीके से अंजाम देने की ताकत
रखते हैं !!

" What we see when watching others depends on the purity of the window through which we look."

तुम तक़ल्लुफ को भी इखलास समझते हो फ़राज़,
दोस्त होता नहीं हर हाथ मिलाने वाला

क़लम में ज़ोर जितना है जुदाई की बदौलत है
मिलन के बाद लिखने वाले लिखना छोड़ देते हैं

ये कलम भी बहुत दिलजली है।
जब जब भी मुझे दर्द हुआ है ये खूब चली है।..

भेज दी तस्वीर अपनी उन को ये लिख कर
आप की मर्ज़ी है चाहे जिस नज़र से देखिए

हवा ही ऐसी चली है हर एक सोचता है
तमाम शहर जले एक मेरा घर न जले

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