*एक गाय सुखपूर्वक गौशाला में रहती थी*
*एक दिन बहुत जोरो की बारिश हो रही थी*
*और रात में एक भीगता हुआ कुत्ता आया*
*उसने गाय से पूछा*
*ऐ गाय माता, क्या हम आपकी गौशाला में आ जायें*
*एक कोने में पड़े रहेंगे।*
*गाय ने कुत्ते को शरण दे दी।*
*पीछे पीछे एक सांप आता है और शरण मांगता है*
*तो कुत्ता बीच में बोलता है कि हाँ हाँ आ जाओ बहुत जगह है यहां पर*
*हालांकि की गाय को बुरा लगता है पर स्वभाववश वो शांत रहती है।*
*समय बीतने के साथ इसी तरह से बिच्छू, सुअर, गधा भी गौशाला में शरण ले लेते हैं*
*संख्या अधिक हो जाने से सबको कष्ट होने लगा*
*गाय फिर भी चुप रहती।*
*एक रात सारे शरणार्थी जानवर मिल कर फैसला करते हैं कि सबसे ज्यादा जगह तो ये गाय ही घेरे है तो क्यों न इस गाय को ही भगा दें।*
*और दूसरे दिन ही सब जानवर मिलकर गाय को गौशाला से बाहर करने में लग जाते हैं।*
*"भारत का हाल भी कुछ उसी गौशाला जैसा है*
*समझदारों के लिए इशारा काफी है।"*
Friday, 27 April 2018
Mera Bharat:
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ha ye to bat bilkul sahi hai ji i agree with this...../
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