You don’t get what you deserve in business. You get what you negotiate.
सीने से लिपटते ही पलट जानें क़ी कोशिश...
लहरों को किनारों पर भरोसा नही लगता...!!
उसके दरवाजे पर दस्तक तो नहीं दी लेकिन..
अपनी खामोशियाँ दहलीज़ पर छोड़ आये है..
कौन सीखा है सिर्फ़ बातों से
सबको एक हादसा ज़रूरी है !
फ़ासलों के नतीजे और भी हैं
मुहब्बत के क़रीने और भी हैं
बेवजह शक-ओ-शुबा क्यूँ
बिछड़ने के तरीके और भी हैं.
मर्द है वो तो उसकी हस्ती का इतना तो रौब हो..
बगल से निकले ग़र कोई औरत तो बे-खौफ हो.
Surround yourself with positive people who will support you when it rains, not just when it shines.
तुम देर से आए
तो हमें फ़िक्र हुई
हम देर से आए
तो तुम्हें शक...!
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