Saturday, 22 June 2019

टूट सकता है:

टूट सकता है किसी पल भी समंदर का गुरूर

मुंह अगर मोड़ ले दरिया तो ये प्यासा हो जाये।

You can’t grow a rose from a cactus seed. Remember your beliefs are the seeds of your success. If you want roses, plant rose bushes.

देखने के लिए सारा आलम भी कम
चाहने के लिए एक चेहरा बहुत...

लफ्जों के वजन से थक जाती है जुबान कभी कभी...

पता नहीं खामोशी " मजबूरी " है या " समझदारी "

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