तुम करते रहो नज़रंदाज़ अपने हिसाब से
..........हम तो इश्क़ बेहिसाब ही करेंगे !
बहुत से दर्द तो हम बाँट भी नहीं सकते..
बहुत से बोझ अकेले उठाने पड़ते है..!!
शोर यूँ ही न परिन्दों ने मचाया होगा ~
कोई जंगल की तरफ़ शहर से आया होगा
"Education is the ability to listen to almost anything without losing your temper or your self-confidence." - Robert Frost
धड़कने दो दिल जब तक उसका नाम ले रहा हैं
यें अपनी जिंदगी से ही इंतकाम ले रहा हैं
एक दिन मैंने बिना किसी कारण के अपने आप को मुस्कुराते हुए पकड़ा
तब मुझे महसूस हुआ कि मैं आपके बारे में सोच रहा था
ऐसे हंस हंस के न देखा करो सब की जानिब
लोग ऐसी ही अदाओं पे फ़िदा होते हैं
ख़ाक तस्वीर मुसव्विर से बनेगी तेरी..
दूसरा तुझ सा ख़ुदा से भी बनाया न गया..!!
लोग अकसर अपनी खूबियों का दिखावा करते हैं...
मैं ख़ुद की कमियों से मशहूर होना पसन्द करता हूँ......!!
मैं ख़ुद की कमियों से मशहूर होना पसन्द करता हूँ......!!
एक शाम यूँ भी तो हो !
अँधेरों से पहले की रोशनी
तुम बनो ।
तुम बनो ।
बनावटी रिश्तों से ज्यादा
सकूँ देता है "अकेलापन" ।।
No comments:
Post a Comment