Thursday, 7 March 2019

पाकर तुम्हे:

पाकर तुम्हे....यूँ लगा....स्वर्ग को पा लिया है....
शिकवे-शिकायतों में कैद थी ज़िन्दगी....अब हर लम्हा मुस्कुरा लिया है....

You can’t change direction of the wind but you can adjust your sails to reach your destination.

लोग आईना कभी भी ना देखते....
अगर आईने में चित्र की जगह चरित्र दिखाई देता...

बडे लोगों से मिलने में हमेशा फ़ासला रखना,
जहां दरिया समन्दर में मिले, दरिया नहीं रहता

शहरों में तो अजनबी ही मिला करते हैं
जान पहचान तो गाँवों में हुआ करती है...!!

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