Saturday, 23 March 2019

बे-बुनियाद इलज़ाम लगाए जा रहे हो,

बे-बुनियाद   इलज़ाम   लगाए  जा  रहे   हो,
किरदार मेरा नहीं अपना बतलाये जा रहे हो
वो उसकी आंखों की
प्यार भरी रूमानी शरारत,
गहरे कर देते हैं मेरे चेहरे की मुस्कुराहट.....!!
खुदा ने जानकार नहीं लिखा उसे मेरी किस्मत में..
के सारे जहां की खुशियाँ एक शख्स को कैसे देता !!

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