[12/2, 7:49 AM] Bansi Lal: थोड़ा सा ज़िंदगी का ख़सारा ज़रूर है
पर ग़म ने दिल का रंग निखारा ज़रूर है
[12/2, 8:00 AM] Bansi Lal: ना राज़ है, ज़िन्दगी ना नाराज़ है, ज़िन्दगी
बस जो है, वो आज है ज़िन्दगी....
[12/2, 8:06 AM] Bansi Lal: सुकून कुछ तो मिला दिल का माजरा लिख कर
लिफ़ाफ़ा फाड़ दिया फिर तेरा पता लिख कर
[12/2, 1:39 PM] Bansi Lal: शोर यूँही न परिंदों ने मचाया होगा
कोई जंगल की तरफ़ शहर से आया होगा
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