Thursday, 6 December 2018

कोई हद ही नहीं:

[12/5, 8:45 PM] Bansi Lal: कोई हद ही नहीं शायद मोहब्बत के फ़साने की

सुनाता जा रहा है जिस को जितना याद होता है
[12/6, 8:44 PM] Bansi Lal: उस फूल को सनद की ज़रूरत ही क्या वसीम

जिस फूल की गवाही में खुशबू निकल पड़े
🌸🍁🌸
[12/6, 8:45 PM] Bansi Lal: राहबर राह मुसाफ़िर को दिखा देता है

वही मंज़िल पे पहुँच जाए ज़रूरी तो नहीं
🌸🍁🌸
[12/6, 8:49 PM] Bansi Lal: तभी मैं मशवरा करता हूँ सबसे,

जब अपने दिल की करना चाहता हूँ
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[12/6, 8:51 PM] Bansi Lal: ज़िन्दगी उसी इंसान के साथ खेलती है....

जो अच्छा खिलाड़ी होता है....
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