Sunday, 30 December 2018

ताकत:

[12/25, 3:26 PM] Bansi Lal:

*ताकत की जरुरत तभी होती है..,जब कुछ बुरा करना हो..,*
   *वरना दुनिया में सब कुछ पाने के लिए प्रेम ही काफी है।*

[12/25, 8:12 PM] Bansi Lal:

मासूम सा था वो....

जो मुझे आवारा बना गया।

[12/26, 7:36 PM] Bansi Lal:

If you don't have shadow you are not standing in the light.

[12/27, 7:21 PM] Bansi Lal:

कुछ रिश्ते अधूरे होते हैं,

शायद इसलिए ख़ूबसूरत होते हैं !

[12/27, 7:23 PM] Bansi Lal:

कुछ भरम टूटेंगे कुछ यक़ीन बदलेंगे

तुम इक दफ़ा मुझ से मिलना कभी

[12/27, 7:29 PM] Bansi Lal:

सारी गिरहें खोलते-खोलते,

उम्र गुज़र गई एक और साल की..
( गांठे)

[12/28, 9:12 PM] Bansi Lal:

"उन्होंने" ने कहा...तुम्हारी "आँखें"...बहुत "खूबसूरत" है.....
:
"हमने" भी कह दिया..."आपके"..."ख्वाब" जो देखती हैं....

[12/28, 9:20 PM] Bansi Lal:

मेरी अपनी और उसकी आरज़ू में फ़र्क़ ये था,

मुझे बस वो, उसे सारा ज़माना चाहिए था

[12/28, 9:21 PM] Bansi Lal:

जरा सी रंजिश पर ना छोड़
किसी अपने का दामन जिंदगी
बीत जाती अपनों को अपना बनाने में...!!!

[12/28, 9:23 PM] Bansi Lal:

सामने है जो उसे लोग बुरा कहते हैं
जिस को देखा ही नहीं उस को ख़ुदा कहते हैं

[12/28, 9:31 PM] Bansi Lal:

क्या मज़ा उन से रूठने का सदा
जिन को फ़ुर्सत नहीं मनाने की

[12/28, 9:35 PM] Bansi Lal:

बढ़ती उम्र के साथ स्त्री घमंडी...

और पुरुष आशिक बन जाता हैं!

[12/29, 10:25 PM] Bansi Lal:

अहल-ए-दिल के वास्ते पैग़ाम हो कर रह गई

ज़िंदगी मजबूरियों का नाम हो कर रह गई

[12/29, 10:26 PM] Bansi Lal:

“The truth. It is a beautiful and terrible thing, and should therefore be treated with caution.”

[12/29, 10:28 PM] Bansi Lal:

“रख के हर चीज़ भूलने वाली ,

ला तेरा दिल संभाल कर रख लूँ..!”

[12/29, 10:31 PM] Bansi Lal:

मन की #भावना को संभालने वाला इंसान

हमेशा ज़िदंगी की ऊँचाई में सब से ऊपर होता है

[12/30, 7:33 AM] Bansi Lal:

दो ही गवाह थे मेरी मोहब्बत के
एक वक्त और एक वो,

एक गुज़र गया
दूसरा मुकर गया।

[12/30, 7:59 AM] Bansi Lal:

एक बात कहे ....
📣📣📣

आलम जिंदगी में हमारे भी एक दिन ऐसा आए,,

आंखें खोलूं जब तो कुछ लोग अजनबी हो जाए....

Monday, 24 December 2018

इंसान की खूबियां:

इंसान की खूबियों पर
सब खामोश रहते हैं,

चर्चा अगर बुराई पर हो तो
गूँगे भी बोल पड़ते हैं...

आह निकल जाती है:

[12/22, 8:28 AM] Bansi Lal: देखकर दर्द किसी का जो आह निकल जाती है,

बस इतनी सी बात आदमी को इंसान बनाती है ।
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
#सुप्रभात
[12/23, 12:47 PM] Bansi Lal: इतनी मोहब्बत से क्यूँ निहार रहे हो हमें ,

सोच लो... खुद के भी नहीं रहोगे फिर....
[12/23, 12:49 PM] Bansi Lal: तारीफें आज बहुत हो रही महफ़िल में हमारी, जाने क्यों ..
किसी के काम के निकले हैं य़ा किसी के काम के ना रहे हम..!!
[12/23, 12:55 PM] Bansi Lal: ये सफ़र भी कम नहीं था जो हमने तय किया है,

हम अपने घर से निकले और उनके घर गए हैं !
[12/23, 12:56 PM] Bansi Lal: मुस्कुराहट एक कमाल की “पहेली” है,,

जितना बताती है, उससे कहीं ज्यादा छुपाती हैं..
[12/24, 8:45 AM] Bansi Lal: बहुत करीब से अंजान बनके गुज़रे है वो,

जो बहुत दूर से, पहचान लिया  करते थे...!

मग़रूर:

[12/21, 10:03 AM] Bansi Lal: मगरूर जितने पेड़ थे, हैरत में पड़ गए,
वो आंधियां चलीं के जड़ों से उखड़ गए.....
🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹
[12/21, 10:05 AM] Bansi Lal: 🥀🌾🥀🌾🥀🌾🥀

ज़िंदगी बस खुशियों भरी हो
दुख सुख तो लगे ही रहते हैं
[12/21, 10:06 AM] Bansi Lal: प्यार की जोत से घर घर है चराग़ाँ
वर्ना एक भी शमा न रौशन हो हवा के डर से
🥀🌾🥀🌾🥀🌾
[12/21, 5:04 PM] Bansi Lal: ऐ दोस्त मैं ख़ामोश किसी डर से नहीं था

क़ाइल ही तेरी बात का अंदर से नहीं था
[12/21, 6:57 PM] Bansi Lal: हर एक लम्बी दौड़ या फिर ऊँची छलाँग से पहलें दो क़दम पीछे हटना पड़ता हैं।

🌾🥀🌾🥀🌾🌾
[12/21, 7:00 PM] Bansi Lal: हथेली पर रखकर नसीब,
‘तु क्यों अपना मुकद्दर ढूँढ़ता है..’

सीख उस समन्दर से,
जो टकराने के लिए पत्थर ढूँढ़ता है..
[12/21, 7:02 PM] Bansi Lal: तनहाइयों से इस क़दर मोहब्बत हो गयी हमें कि,

अपना साया भी साथ हो तो भीड़ सी लगती है...
[12/21, 7:04 PM] Bansi Lal: तुम्हारी यादों को लफ़्ज़ों से महज़ छू लेते हैं हम,

कागज़ पर शायरी तो खुद-ब-खुद उतर आती हैं
[12/21, 7:07 PM] Bansi Lal: एक परिंदे का दर्द भरा फ़साना था
टूटे हुए थे पंख और उड़ते हुए जाना था

तूफान तो झेल गया पर हुआ एक अफसोस
वही डाल टूटी जिस पर उसका आशियाना था

जिस्म ने रूह तक:

[12/19, 6:56 AM] Bansi Lal: ज़िस्म   से  रूह  तक  जाए
तो हकीकत है  इश्क़

रूह  से  रूह  तक जाए
तो इबादत है इश्क़ ..!!
[12/19, 7:04 AM] Bansi Lal: नींद उड़ा कर रखी है उसने मेरी,

ये कहकर की मेरा इंतजार करना

औऱ हम पागल उसके आने की ख़ुशी में पूछना भूल गए

कब तक?..
[12/19, 7:07 AM] Bansi Lal: मंजिलें कितनी भी ऊंची क्यों न हो ए दोस्त

रास्ते हमेशा पैरों के नीचे ही होते हैं....

नज़र अंदाज़:

[12/17, 7:13 PM] Bansi Lal: " नज़र अंदाज़ करते है वो..

मतलब हम नज़र में तो है..."
🍂🍃🍂🍃🍂🍃
[12/17, 7:13 PM] Bansi Lal: वक्त तो सिर्फ वक्त पे ही बदलता है....

बस इन्सान ही है जो किसी भी वक्त बदल जाता है....
🍂🌺🍂🌺🍂🌺🍂
[12/17, 7:14 PM] Bansi Lal: तेरा होना ही गवाही है मेरे होने का,

फिर तेरा मेरा साथ हो या ना हो !
🥀🌾🥀🌾🥀🌾
[12/17, 7:18 PM] Bansi Lal: खुल सकती हैं गाँठें बस जरा से जतन से..

मगर लोग कैंचियाँ चलाकर सारा फ़साना ही बदल देते हैं..                                                                                                                                                                                
🥀🌾🥀🌾🥀🌾
[12/17, 7:23 PM] Bansi Lal: तुम्हें ज़रूर कोई चाहतों से देखेगा
मगर वो आँखें हमारी कहाँ से लायेगा,
🥀🌾🥀🌾🥀🌾

Sunday, 23 December 2018

Sunday story:

📮 *SUNDAY STORY*

*The Dear, Lion and Forest Fire*

In a forest, a pregnant deer is about to give birth.
She finds a remote grass field near a strong-flowing river.
This seems a safe place.
Suddenly labour pains begin.

At the same moment, dark clouds gather around above & lightning starts a forest fire.
She looks to her left & sees a hunter with his bow extended pointing at her.

To her right, she spots a hungry lion approaching her.

What can the pregnant deer do?
She is in labour!
What will happen?
Will the deer survive?
Will she give birth to a fawn?
Will the fawn survive?
Or will everything be burnt by the forest fire?
Will she perish to the hunters' arrow?
Will she die a horrible death at the hands of the hungry lion approaching her?

She is constrained by the fire on the one side & the flowing river on the other &
boxed in by her natural predators.
What does she do?
She focuses on giving birth to a new life.
The sequence of events that follows are:
- Lightning strikes & blinds the hunter.
- He releases the arrow which zips past the deer & strikes the hungry lion.
- It starts to rain heavily, & the forest fire is slowly doused by the rain.
- The deer gives birth to a healthy fawn.

*Moral*

In our life too, there are moments of choice when we are confronted on αll sides
with negative thoughts and possibilities.

Some thoughts are so powerful that they overcome us & overwhelm us.Maybe we can learn from the deer.

The priority of the deer, in that given moment, was simply to give birth to a baby.

The rest was not in her hands & *any action or reaction that changed her focus would have likely resulted in death or disaster.*

*Ask yourself,*
*Where is your focus?*
*Where is your faith and hope?*

In the midst of any storm, *do keep faith always.*
You faith will never ever disappoint you. NEVER.
Remember, *Faith is form of super power which is neither slumbers nor sleeps...*

*Stay focus and be committed the good thing will only happen...*

माँ का तोहफा:

🙏माँ का तोहफा🙏

एक दंपत्ती दिवाली की खरीदारी करने को हड़बड़ी में था! पति ने पत्नी से कहा- जल्दी करो मेरे पास" टाईम" नहीं है... कह कर रूम से बाहर निकल गया , तभी बाहर लॉन मे बैठी "माँ" पर नजर पड़ी.

कुछ सोचते हुए वापिस रूम में आया।....शालू तुमने माँ से भी पूछा कि उनको दिवाली पर क्या चाहिए....

शालिनी बोली नहीं पूछी। अब उनको इस उम्र मे क्या चाहिए होगी यार, दो वक्त की रोटी और दो जोड़ी कपड़े इसमे पूछने वाली क्या बात है.....
वो बात नहीं है शालू... "माँ पहली बार दिवाली पर हमारे घर में रुकी हुई है" वरना तो हर बार गाँव में ही रहती है तो... औपचारिकता के लिए ही पूछ लेती.........

अरे इतना ही माँ पर प्यार उमड़ रहा है तो खुद क्यूँ नही पूछ लेते झल्लाकर चीखी थी शालू, और कंधे पर हेंड बैग लटकाते हुए तेजी से बाहर निकल गयी......

सूरज माँ के पास जाकर बोला माँ हम लोग दिवाली के खरीदारी के लिए बाजार जा रहे हैं आपको कुछ चाहिए तो..

माँ बीच में ही बोल पड़ी मुझे कुछ नही चाहिए बेटा....

सोच लो माँ अगर कुछ चाहिये तो बता दीजिए.....

सूरज के बहुत जोर देने पर माँ बोली ठीक है तुम रुको मै लिख कर देती हूँ,  तुम्हें और बहू को बहुत खरीदारी करनी है कहीं भूल ना जाओ कहकर, सूरज की माँ अपने कमरे में चली गई, कुछ देर बाद बाहर आई और लिस्ट सूरज को थमा दी।...... 
          
सूरज ड्राइविंग सीट पर बैठते हुए बोला, देखा शालू माँ को भी कुछ चाहिए था पर बोल नही रही थी मेरे जिद्द करने पर लिस्ट बना कर दी है, "इंसान जब तक जिंदा रहता है, रोटी और कपड़े के अलावा भी बहुत कुछ चाहिये होता है".

अच्छा बाबा ठीक है पर पहले मैं अपनी जरूरत की सारी सामान लूँगी बाद में आप अपनी माँ का लिस्ट देखते रहना कह कर कार से बाहर निकल गयी....

पूरी खरीदारी करने के बाद शालिनी बोली अब मैं बहुत थक गयी हूँ, मैं कार में A/C चालू करके बैठती हूँ आप माँ जी का सामान देख लो,

अरे शालू तुम भी रुको फिर साथ चलते हैं मुझे भी जल्दी है,.....

देखता हूँ माँ इस दिवाली क्या मंगायी है... कहकर माँ की लिखी पर्ची जेब से निकलता है, बाप रे इतनी लंबी लिस्ट  पता नही क्या क्या मंगायी होगी जरूर अपने गाँव वाले छोटे बेटे के परिवार के लिए बहुत सारे सामान मंगायी होगी,.......

और बनो "श्रवण कुमार" कहते हुए गुस्से से सुरज की ओर देखने लगी,  पर ये क्या  सूरज की आंखों में आंसू........ और लिस्ट पकड़े हुए हाथ सूखे पत्ते की तरह हिल रहा था..... पूरा शरीर काँप रहा था,

शालिनी बहुत घबरा गयी क्या हुआ येसा क्या मांग ली है तुम्हारी माँ ने कह कर सूरज की हाथ से पर्ची झपट ली....

हैरान थी शालिनी भी इतनी बड़ी पर्ची में बस चंद शब्द ही लिखे थे.....
पर्ची में लिखा था....      

"बेटा सूरज मुझे दिवाली पर तो क्या किसी भी अवसर पर कुछ नहीं चाहिए फिर भी तुम जिद्द कर रहे हो तो, और तुम्हारे "शहर की किसी दुकान में अगर मिल जाए तो फुर्सत के कुछ " पल " मेरे लिए लेते आना.... ढलती साँझ हुई अब मैं, सूरज  मुझे गहराते अँधियारे से डर लगने लगा है, बहुत डर लगता है पल पल मेरी तरफ बढ़ रही मौत को देखकर....जानती हूँ टाला नही जा सकता शाश्वत सत्‍य है,...... पर अकेले पन से बहुत घबराहट होती है सूरज ...... तो जब तक तुम्हारे घर पर हूँ कुछ पल बैठा कर मेरे पास कुछ देर के लिए ही सही बाँट लिया कर मेरा बुढ़ापा का अकेलापन.... बिन दीप जलाए ही रौशन हो जाएगी मेरी जीवन की साँझ....कितने साल हो गए बेटा तूझे स्पर्श नही की एक फिर से आ मेरी गोद में सर रख और मै ममता भरी हथेली से सहलाऊँ तेरे सर को एक बार फिर से इतराए मेरा हृदय मेरे अपनों को करीब बहुत करीब पा कर....और मुस्कुरा कर मिलूं मौत के गले क्या पता अगले दिवाली तक रहूँ ना रहूँ.....
पर्ची की आख़री लाइन पढ़ते पढ़ते शालिनी फफक, फफक कर रो पड़ी.....
ऐसी ही होती है माँ.....

दोस्तों अपने घर के उन विशाल हृदय वाले लोगों जिनको आप बूढ़े और बुढ़िया की श्रेणी में रखते है वो आपके जीवन के कल्पतरु है! उनका यथोचित सममान और आदर और सेवा-सुश्रुषा और देखभाल करें,

ओर ऐसी बहुओ को ये ध्यान भी रखना चाइये की वह भी एक माँ की बेटी है उसकी माँ तो माँ पति की माँ बोझ
उसकी माँ का हार्ट ब्लॉकेज तो हार्ट ब्लॉकेज है लेकिन पति की माँ का हार्ट ब्लॉकेज हुआ हो तो सब चलता है
यकीन मानिएइसमें कोई शक नही आपके अच्छे-बुरे कृत्य देर-सवेर आप ही के पास लौट कर आने हैं!
कुछ सोचे नारी शक्ति की हम कहाँ जा रही है

Saturday, 22 December 2018

I ever doubted :

In order to take flight and become successful, you need to carefully assess your extra baggage.


When it comes to our wealth and success, we tend to fixate on the things we need to acquirein the future to make those visions come alive. However there are also certain ingrained habits that might be dragging you down right now.


In order to take flight and become mega-successful, you need to carefully assess your extra baggage. The good news is that your toxic routines and mindsets can be kicked to the curb, starting today.


So take a huge leap towards success and wealth by giving up these 10 things:


1. Doubt


“I always knew I was going to be rich. I don’t think I ever doubted it for a minute.” –Warren Buffett


You are unconsciously sabotaging your progress when you indulge in negativity. Your journey to success starts the moment you condition your brain to believe this is where you want to go. If you continue to believe otherwise, then you shouldn’t expect success to follow through.


Rather than being your own worst enemy, get yourself in a good moodthrough cultivating positive thoughts that will inspire you to continue reaching for your goals.


2. Impulsive emotional decisions


In my many years in finance, I’ve seen people throw decades of financial planning out the window because of their feelings. And it’s easy to do that in a stressful workplace too.


When successful people find themselves in situations where they’re extremely angry, sad or frustrated, they let themselves ride out those emotions without acting on them. The simple act of waiting to make a decision until you’ve returned to a levelheaded state can play a huge role in the success you achieve.


3. Reliance on praise


“Self-confidence must come from within. Outside reinforcement and strokes can help, but you have to build your own confidence.” –Steve Jobs


No one can advocate for you or make it happen like you can. You have to be your own best cheerleader. You must believe in your own success, and this means that, if the right opportunity doesn’t present itself, you should create your own opportunity.


4. Being a control freak


Our attention spans and willpower are finite. So, if you attempt to micromanage every single aspect of your life, which plenty of motivated people do, you’ll end up limiting the attention you can pay to the important stuff.


This isn’t an excuse to do sloppy work, but you must only direct your efforts towards things you can control. For instance, if you’re leaving your comfort zone and learning a new skill, accept that there will be some slip-ups. Being flexible amidst adversitiesis a virtue you must practice to create difference in your life.


5. People-pleasing


It is a jungle out there. Everyone is clamoring to be noticed, to be ahead, to become game-changers. Hence, people will not baby-talk you all the way. You have to prove yourself through hard work without expecting that everyone will believe in and compliment you.


As Sheryl Sandberg, Facebook COO, once said, “Leaders should strive for authenticity over perfection.”


Quit doing things for the sake of others’ appreciation — do them because they are needed to fulfill your vision.


6. The blame game


“If you mess up, it’s not your parents’ fault, so don’t whine about your mistakes, learn from them.” –Bill Gates


If you don’t get it right this time, don’t complain and don’t play the blame game — it will just take your time in exchange for nothing but negativity.


Have the courage to take responsibility for the results of your work and decision. It will teach you humility and give you priceless experiences that you can take with you as you move closer to your goals.


7. Multitasking


A study out of the University of California, Berkeley, found that, on average, office workers go only 11 minutes between interruptions, while it can take up to 25 minutes to get into a state of productivity called flow.


That’s why giving up multitasking, and focusing all your energy on the important things, is vital for wealth creation. Valuing your time by thinking of it as moneywill motivate you to work diligently for what you are aiming for.


8. Bad company


Oprah Winfrey once said, “Surround yourself only with people who are going to lift you higher.”


You probably heard this advice when you were a teenager and studies show that your parents were right: The company you keep influences the success you create.


Of course, the challenge is that we cannot always choose the people we interact with daily. But having the ability to recognize Negative Nancies — and to ignore their bad energy — is instrumental for establishing a positive mindset.


9. Giving up


JK Rowling, who became a billionaire after brushing off hundreds of publisher rejections, once said, “It is impossible to live without failing at something, unless you live so cautiously that you might as well not have lived at all — in which case, you fail by default.”


Ultra-successful people don’t take ‘no’ for an answer. Instead, they find new ways to turn rejections into milestones. Do not be afraid to go for it!


Keep in mind that failure is a breeding ground for success and don’t give up. Be persistent and resilient enough to bounce back and try again. Each time you brush the dirt off your shoulders and try again, you’ll benefit from more experience.


10. Frivolous spending


study conducted among consumers who make over $100,000 a year reveals that, surprisingly, majority of them do not own luxury cars, and they shop at mainstream stores like Target and Walmart.


The reason being is that they recognize the value that long-term investingcan have over frivolous spending. The one thing that virtually every millionaire and billionaire has in common is that they set aside wealth for an investment account.


If you’re struggling to give up overspending, consider the 20–30–50 Plan: spend 20 percent of your paycheck on investing (or paying off debt), 30 percent on fun and the other half on necessities (like rent).


By shedding the dead weight and giving up unnecessary things in you life, you exponentially increase your likelihood of success.


Call to action:



If you have anything to add to the roster, I’d love to hear from you! Please leave a comment or give me a shout-out on 


Monday, 17 December 2018

कौंन सी बात:

[12/15, 8:23 PM] Bansi Lal: कौन-सी बात कहाँ, कैसे कही जाती है

ये सलीक़ा हो, तो हर बात सुनी जाती है,

पूछना है तो ग़ज़ल वालों से पूछो जाकर

कैसे हर बात सलीक़े से कही जाती है...
🌺🍃🌺🍃🌺🍃
[12/15, 8:30 PM] Bansi Lal: बहुत करीब से अंजान बन के गुज़रे है वो......!!

जो बहुत दूर से, पहचान लिया करते थे......!!!!
🌺🍃🌺🍃🌺🍃🌺
[12/15, 8:32 PM] Bansi Lal: बहुत नज़दीक आती जा रही हो

बिछड़ने का इरादा कर लिया क्या
🌺🍃🌺🍃🌺🍃
[12/15, 8:33 PM] Bansi Lal: ख़यालों में कई किरदार मुझ से रोज़ मिलते हैं

हक़ीक़त में मगर ऐसा कोई चेहरा नहीं मिलता...
🌺🍃🌺🍃🌺🍃
[12/15, 8:33 PM] Bansi Lal: किसलिए देखते हो आईना 
तुम तो ख़ुद से भी ख़ूबसूरत हो
🌺🍃🌺🍃🌺🍃

रोशनी अब राह:

[12/13, 6:25 PM] Bansi Lal: रौशनी अब राह से भटका भी देती है मियाँ

उस की आँखों की चमक ने मुझ को बे-घर कर दिया
[12/13, 6:26 PM] Bansi Lal: हमारे ऐब ने बे-ऐब कर दिया हम को

यही हुनर है कि कोई हुनर नहीं आता
[12/13, 6:27 PM] Bansi Lal: ज़िंदगी भर तो हुई गुफ़्तुगू ग़ैरों से मगर

आज तक हम से हमारी न मुलाक़ात हुई
[12/13, 6:28 PM] Bansi Lal: दरवाज़ा खुला है कि कोई लौट न जाए

और उस के लिए जो कभी आया न गया हो
[12/13, 6:29 PM] Bansi Lal: सोच उन की कैसी है कैसे हैं ये दीवाने

इक मकाँ की ख़ातिर जो सौ मकाँ जलाते हैं

हम को दिल ने :

[12/12, 7:37 AM] Bansi Lal: हम को दिल ने नहीं हालात ने नज़दीक किया

धूप में दूर से हर शख़्स शजर लगता है ...
[12/12, 7:38 AM] Bansi Lal: इतना भी गुमान न कर अपनी जीत पर ए बेखबर,

शहर में तेरी जीत से ज्यादा मेरी हार के चर्चे हैं!!

मतलब लोग:

[12/11, 7:53 PM] Bansi Lal: कुछ लोग 'मतलबी' होते है,कुछ लोग 'अजनबी' होते है......
मगर जो लोग 'निस्वार्थ' एवं 'अपने' होते है वो सिर्फ "सपने" होते है.
[12/11, 8:27 PM] Bansi Lal: बरसों से इस मकान में रहते हैं चंद लोग

इक दूसरे के साथ वफ़ा के बग़ैर भी
[12/11, 8:28 PM] Bansi Lal: कुछ तो हमारे बीच कभी दूरियाँ भी हों

तंग आ गए हैं रोज़ की नज़दीकियों से हम
[12/11, 8:33 PM] Bansi Lal: झूठ में आकर्षण होता है, पर
स्थिरता  सत्य  में ही होती है
शब्दो का वजन तो बोलने वाले के
भाव पर आधारित है
एक शब्द मन्त्र हो जाता है
एक शब्द गाली कहलाता है
वाणी ही व्यक्ति के
व्यक्तित्व का परिचय कराती है..!

गीता हूँ:

[12/7, 7:43 AM] Bansi Lal: गीता हूँ कुरआन हूँ मैं
मुझको पढ़ इंसान हूँ मैं।

ज़िन्दा हूँ सच बोल के भी
देख के ख़ुद हैरान हूँ मैं।

इतनी मुश्किल दुनिया में
क्यूँ इतना आसान हूँ मैं।

खूब हूँ वाकिफ़ दुनिया से
बस खुद से अनजान हूँ मैं।
🌺🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌺
[12/7, 2:24 PM] Bansi Lal: जिस तरह लोग ख़सारे में बहुत सोचते हैं

आज कल हम तेरे बारे में बहुत सोचते हैं

Enjoy the company of your children:


Enjoy the company of your children.
A beautiful post from a mother :

● There were days when My home used to be filled with laughter, arguments, fights, jokes and loads of mischief.

● Pens and books all over, and clothes messing the rooms, thrown on the beds.

●I used to shout at them to tidy up their mess.

In the morning :

• One will wake up and say : *_Mama I can't find a certain book._*

• And the other will say : *_I can't find my perfume,_*

• And one will say : *_Mama where's my homework?_*

• And another : *_Mama I forgot to complete my homework._*

● Everyone used to ask about their lost possessions.  And I will say, *_but take care of your stuff, be responsible, you have to grow up._*

● And today I stand at the doorway of the room. The beds are empty.  All the cupboards have only a few pieces of clothes in them. And what remains is the smell of perfume that lingers in the air.

● Everyone had a special smell. So I take in the smell of their perfume for maybe it will fill the empty ache in my heart.

● All I have now is the memory of their laughs and their mischief and their warm hugs.

● Today my house is clean and organized and everything is in its place, and it is calm and peaceful. But it is like a desert with no life in it. Do not become angry with your kids about the mess.

● Every time they come to visit and they spend time with us, when they are ready to leave. They pull their bags and it is as if they tug my heart along with it.

● They close the door behind them and then I stand still and think of the many times I shouted them to close the doors.

● Here I am today, closing my own doors. Nobody opens it besides me. Each one gone to a different city or a different country.  All left to find their own path in life.

● They have grown up and I wished that they could stay with me forever.

● Oh! God..... Take care of them & all other children wherever they may be, for You are their guide and  protector and always keep them happy.

● If your children are still in the stage that you need to talk and talk before they could get things done in the house, please, cherish and endure it with joy, don't nag, they will soon leave your home for you, remember they were not there at the beginning of your marriage. Now that they are around, make them happy and feel happy yourself.

*Dedicated to all Mothers, Fathers, Grandfathers & Grandmothers.
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹

किवाड़:

*किवाड़*

क्या आपको पता है ?
कि किवाड़ की जो जोड़ी होती है,
उसका एक पल्ला स्त्री और,
दूसरा पल्ला पुरुष होता है।

ये घर की चौखट से जुड़े - जड़े रहते हैं।
हर आगत के स्वागत में खड़े रहते हैं।।
खुद को ये घर का सदस्य मानते हैं।
भीतर बाहर के हर रहस्य जानते हैं।।

एक रात उनके बीच था संवाद।
चोरों को लाख - लाख धन्यवाद।।
वर्ना घर के लोग हमारी ,
एक भी चलने नहीं देते।
हम रात को आपस में मिल तो जाते हैं,
हमें ये मिलने भी नहीं देते।।

घर की चौखट से साथ हम जुड़े हैं,
अगर जुड़े जड़े नहीं होते।
तो किसी दिन तेज आंधी -तूफान आता,
तो तुम कहीं पड़ी होतीं,
हम कहीं और पड़े होते।।

चौखट से जो भी एकबार उखड़ा है।
वो वापस कभी भी नहीं जुड़ा है।।

इस घर में यह जो झरोखे ,
और खिड़कियाँ हैं।
यह सब हमारे लड़के,
और लड़कियाँ हैं।।
तब ही तो,
इन्हें बिल्कुल खुला छोड़ देते हैं।
पूरे घर में जीवन रचा बसा रहे,
इसलिये ये आती जाती हवा को,
खेल ही खेल में ,
घर की तरफ मोड़ देते हैं।।

हम घर की सच्चाई छिपाते हैं।
घर की शोभा को बढ़ाते हैं।।
रहे भले कुछ भी खास नहीं ,
पर उससे ज्यादा बतलाते हैं।
इसीलिये घर में जब भी,
कोई शुभ काम होता है।
सब से पहले हमीं को,
रँगवाते पुतवाते हैं।।

पहले नहीं थी,
डोर बेल बजाने की प्रवृति।
हमने जीवित रखा था जीवन मूल्य,
संस्कार और अपनी संस्कृति।।

बड़े बाबू जी जब भी आते थे,
कुछ अलग सी साँकल बजाते थे।
आ गये हैं बाबूजी,
सब के सब घर के जान जाते थे ।।
बहुयें अपने हाथ का,
हर काम छोड़ देती थी।
उनके आने की आहट पा,
आदर में घूँघट ओढ़ लेती थी।।

अब तो कॉलोनी के किसी भी घर में,
किवाड़ रहे ही नहीं दो पल्ले के।
घर नहीं अब फ्लैट हैं ,
गेट हैं इक पल्ले के।।
खुलते हैं सिर्फ एक झटके से।
पूरा घर दिखता बेखटके से।।

दो पल्ले के किवाड़ में,
एक पल्ले की आड़ में ,
घर की बेटी या नव वधु,
किसी भी आगन्तुक को ,
जो वो पूछता बता देती थीं।
अपना चेहरा व शरीर छिपा लेती थीं।।

अब तो धड़ल्ले से खुलता है ,
एक पल्ले का किवाड़।
न कोई पर्दा न कोई आड़।।
गंदी नजर ,बुरी नीयत, बुरे संस्कार,
सब एक साथ भीतर आते हैं ।
फिर कभी बाहर नहीं जाते हैं।।

कितना बड़ा आ गया है बदलाव?
अच्छे भाव का अभाव।
स्पष्ट दिखता है कुप्रभाव।।

सब हुआ चुपचाप,
बिन किसी हल्ले गुल्ले के।
बदल किये किवाड़,
हर घर के मुहल्ले के।।

अब घरों में दो पल्ले के ,
किवाड़ कोई नहीं लगवाता।
एक पल्ली ही अब,
हर घर की शोभा है बढ़ाता।।

अपनों में नहीं रहा वो अपनापन।
एकाकी सोच हर एक की है ,
एकाकी मन है व स्वार्थी जन।।
अपने आप में हर कोई ,
रहना चाहता है मस्त,
बिल्कुल ही इकलल्ला।
इसलिये ही हर घर के किवाड़ में,
दिखता है सिर्फ़ एक ही पल्ला!!

        दिखता है सिर्फ़ एक ही पल्ला!!

                दिखता है सिर्फ़ एक ही पल्ला!!

Thursday, 6 December 2018

श्रेष्ठता:

श्रेष्ठता का आधार किसी ऊँचे आसन पर बैठना नही होता, श्रेष्ठता का आधार हमारी ऊँची सोच पर निर्भर करता है

देखने की हद कर दी:

मैं ने भी देखने की हद कर दी वो भी तस्वीर से निकल आया 🌹💐🌹💐🌹💐🌹💐

कोई हद ही नहीं:

[12/5, 8:45 PM] Bansi Lal: कोई हद ही नहीं शायद मोहब्बत के फ़साने की

सुनाता जा रहा है जिस को जितना याद होता है
[12/6, 8:44 PM] Bansi Lal: उस फूल को सनद की ज़रूरत ही क्या वसीम

जिस फूल की गवाही में खुशबू निकल पड़े
🌸🍁🌸
[12/6, 8:45 PM] Bansi Lal: राहबर राह मुसाफ़िर को दिखा देता है

वही मंज़िल पे पहुँच जाए ज़रूरी तो नहीं
🌸🍁🌸
[12/6, 8:49 PM] Bansi Lal: तभी मैं मशवरा करता हूँ सबसे,

जब अपने दिल की करना चाहता हूँ
🍁🌸🍁
[12/6, 8:51 PM] Bansi Lal: ज़िन्दगी उसी इंसान के साथ खेलती है....

जो अच्छा खिलाड़ी होता है....
🍁🌸🍁

मोहबत बताती है:

[12/4, 9:01 PM] Bansi Lal: मोहब्बत खुद बताती हैं, कहां किसका ठिकाना है ...

किसे ऑखों में रखना है, किसे दिल मे बसाना है......
[12/4, 9:11 PM] Bansi Lal: कर रहा था ग़म-ए-जहाँ का हिसाब

आज तुम याद बे-हिसाब आए
[12/4, 9:15 PM] Bansi Lal: देखूँ तो मेरे अक्स से क्या कहता है दरिया

पल-भर को तो लहरों ने बताया है कि मैं हूँ
[12/4, 9:19 PM] Bansi Lal: मेरी इक छोटी सी कोशिश तुझ को पाने के लिए

बन गई है मसअला सारे ज़माने के लिए
[12/4, 9:26 PM] Bansi Lal: ह्रदय की विशाल शांति उसी को मिल सकती है।

जो न तो प्रशंसा की परवाह करता है और न ही निंदा की।
[12/4, 9:29 PM] Bansi Lal: जिंदगी के संघर्ष में शिखर की उंचाई पर वो ही पहुँचते है,

जो प्रतिशोध की नहीं परिवर्तन की सोच रखते  है..
[12/4, 9:31 PM] Bansi Lal: एक पत्थर की भी तक़दीर सँवर सकती है

शर्त ये है कि सलीक़े से तराशा जाए ...
[12/4, 9:36 PM] Bansi Lal: लुट लेते है अपने ही वरना, गैरों को

कहां पता इस दिल की दीवार कहां से कमजोर है।

थोड़ा सा खसारा:

[12/2, 7:49 AM] Bansi Lal: थोड़ा सा ज़िंदगी का ख़सारा ज़रूर है

पर ग़म ने दिल का रंग निखारा ज़रूर है
[12/2, 8:00 AM] Bansi Lal: ना राज़ है, ज़िन्दगी ना नाराज़ है, ज़िन्दगी

बस जो है, वो आज है ज़िन्दगी....
[12/2, 8:06 AM] Bansi Lal: सुकून कुछ तो मिला दिल का माजरा लिख कर

लिफ़ाफ़ा फाड़ दिया फिर तेरा पता लिख कर
[12/2, 1:39 PM] Bansi Lal: शोर यूँही न परिंदों ने मचाया होगा

कोई जंगल की तरफ़ शहर से आया होगा

बस एक पुकार पे :

[11/28, 7:31 AM] Bansi Lal: बस इक पुकार पे दरवाज़ा खोल देते हैं

ज़रा सा सब्र भी इन आँसुओं से होता नहीं
🌾🍃🌾🍃
[11/28, 7:32 AM] Bansi Lal: लफ़्ज़ों के भी, ज़ायके होते हैं जनाब,

परोसने से पहले, चख भी लेना चाहिए...!!!!
🍃🌾🍃🌾
[11/28, 7:33 AM] Bansi Lal: किसी कि मासुम सी मुस्कान के पिछे का दर्द तो मंहसुस कर

सुना है !! कुछ लोग हँस हँस कर खुद को सजा देते है...!!!
🌾🍃🌾🍃
[11/28, 7:05 PM] Bansi Lal: दिल के रिश्तों की नजाकत को वो क्या समझे ....

नरम लफ़्ज़ों से भी चोटें लग जाती हैं अक्सर
♥♥♥
[11/28, 7:09 PM] Bansi Lal: बेवफा कहने से पहले मेरी रग रग का खून निचोड़ लेना ..
.
कतरे कतरे से वफ़ा ना मिले तो बेशक मुझे छोड़ देना....!!
💞
[11/28, 7:10 PM] Bansi Lal: ये व्यक्तित्व की गरिमा है कि फूल कुछ नही कहते,

वरना कभी कांटों को मसलकर दिखाईये !!!
🍃🌾🍃🌾🍃
[11/28, 7:15 PM] Bansi Lal: उन लोगों की उम्मीदों को कभी टूटने ना दे..

जिनकी आखरी उम्मीद सिर्फ आप ही है...
[11/28, 7:15 PM] Bansi Lal: "व्यक्तित्व" की भी
अपनी वाणी होती है,

जो "कलम"' या "जीभ"
के इस्तेमाल के बिना भी,
लोगों के "अंर्तमन" को छू जाती है.
[11/28, 7:17 PM] Bansi Lal: बेहतरीन होता है वो रिश्ता

जो तकरार होने के बाद भी सिर्फ एक मुस्कुराहट पर पहले जैसा हो जाए
[11/28, 7:18 PM] Bansi Lal: जिनकी नजरों में हम अच्छे नहीं...

कुछ तो वो लोग भी बुरे होंगे..।।
[11/28, 7:20 PM] Bansi Lal: "नाराज़गी" भी एक खूबसूरत रिश्ता है।

जिससे होती है..वह व्यक्ति दिल और दिमाग, दोनों में रहता है।....

पता नहीं था:

[11/26, 7:37 AM] Bansi Lal: पता नहीं था किस शहर में हो तुम आबाद,

तुम्हारा नाम लिखा और खत रवाना किया
🍃🌾🍃🌾🍃🌾🍃
[11/26, 7:37 AM] Bansi Lal: इक शजर ऐसा मोहब्बत का लगाया जाए

जिस का हम-साए के आँगन में भी साया जाए
🌾🍃🌾🍃🌾🍃
[11/26, 7:38 AM] Bansi Lal: दीवारें छोटी होती थीं लेकिन पर्दा होता था

ताले की ईजाद से पहले सिर्फ़ भरोसा होता था
🌾🍃🌾🍃🌾🍃
[11/26, 7:40 AM] Bansi Lal: जा के *कोहसार से सर मारो कि आवाज़ तो हो,

खस्ता दीवारों से माथा नहीं फोड़ा करते...
*पहाड़
🌾🍃🌾🍃🌾🍃
[11/26, 6:06 PM] Bansi Lal: *"समझ नही आता जिंदगी.......तेरा फैसला"...!!!!*

*"एक तरफ तू कहती है"*
*"सबर का फल मिठा होता है"...*

*"और दूसरी तरफ कहती है"*
*"वक्त किसी का इंतजार नही करता"*
🌾🍃🌾🍃🌾🍃🌾
[11/26, 6:13 PM] Bansi Lal: तुमसे नहीं मिलने का इरादा तो है लेकिन

तुमसे न मिलेंगे ये क़सम भी नहीं खाते
🥀🌸🥀

डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा

 [8:11 AM, 8/24/2023] Bansi Lal: डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा [8:22 AM, 8/24/2023] Bansi La...