Tuesday, 7 February 2017

बात सम्भल चली:

बात बस से निकल चली है दिल की हालत सँभल चली है
जब जुनूँ हद से बढ़ चला है अब तबीअ'त बहल चली है

यादों की बौछारों से जब पलकें भीगने लगती हैं
कितनी सोंधी लगती है तब माज़ी की रुसवाई भी

कहने वालों का कुछ नहीं जाता,     सहने वाले कमाल करते हैं
कौन ढूंढें जवाब दर्दों के,            लोग तो बस सवाल करते है

Only Two types of persons r Happy in this world
1st is Mad & 2nd is a Child.
Be Mad to achieve what u desire
&
be a Child to Enjoy what u have !

जिस से पूछा पता ठिकाना उसका...
इक पता और बता जाता है..
या वह बेघर है,या हरजाई है.?????????

इतने लोगों में ,
कह दो आँखों को.... इतना ऊँचा न ऐसे बोला करें .....
लोग मेरा नाम जान जातें हैं !!!

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