एक कसाई था,पिंजरेनुमा जाली मे कई मुर्गो को भरकर रखता ओर जैसे जैसे कोई ग्राहक आता एक एक मुर्गा निकालकर हलाल करता जाता......!!! मजे की बात देखियें की जब भी वो मुर्गा हलाल करने के लिये पींजरे मे हाथ डालता तो केवल वही मुर्गा चिल्लाता था जिसे कसाई ने पकडा था,और बाकि के मुर्गे आराम से दाना चुगने मे व्यस्त रहतें । शाम तक पूरा पिंजरा खाली हो चुका था खैर हम समझा किसे रहे है ?
हम अपने में ही मस्त रहते हैं।
Thursday, 31 March 2016
मुर्गा हलाल:
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डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा
[8:11 AM, 8/24/2023] Bansi Lal: डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा [8:22 AM, 8/24/2023] Bansi La...
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