[7/13, 7:15 AM] Bansi Lal: What passes for optimism is most often the effect of an intellectual error.
[7/13, 7:15 AM] Bansi Lal: “Life Become Useless And Insipid When We No Longer Have Either Friends Or Enemies”
[7/28, 11:08 AM] Bansi Lal: “Worry is spiritual near-sightedness, a fumbling way of looking at little things and magnifying their value.”
[7/29, 10:04 AM] Bansi Lal: The best way to appreciate someone is to imagine your life without them.
[7/29, 10:08 AM] Bansi Lal: थोड़ा डूबूँगा, मगर मैं
फिर तैर आऊँगा...
ऐ ज़िंदगी, तू देख,
मै फिर जीत जाऊँगा...
[7/30, 7:51 AM] Bansi Lal: सत्य केवल उनके लिए कड़वा होता है,
जो लोग झूठ में रहने के आदी हो चुके हो..!!
🙏 सुप्रभात 🙏
[7/30, 9:21 PM] Bansi Lal: ज़ेहन अपना फ़र्ज़ निभाता है, काम अपना ज़बान करती है
मगर एक नज़र ही है, जो हमेशा हक़ीक़त बयान करती है
[7/30, 9:32 PM] Bansi Lal: अपना लड़ना भी मोहब्बत है, तुम्हें इल्म नहीं है----
चीख़ते तुम रहे और गला मेरा ही बैठ गया..!!
[7/30, 9:37 PM] Bansi Lal: जब तलक दूर है तू तेरी परस्तिश कर लें,
हम जिसे छू न सकें उसको खुदा कहते हैं .
(परस्तिश- इवादत, पूजा)
[7/30, 9:57 PM] Bansi Lal: दीपक का जीवन वंदनीय है, वह दूसरो के लिए 'जलता' है,
दूसरों से नहीं...
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