[8/1, 9:14 AM] Bansi Lal: "जिंदगी ने दिए थे अँधेरे तो क्या,
तुम थे चाहते उजाले तो रुकते ज़रा, हम तो खुद जल जाते रौशनी के लिए"
[8/4, 7:49 AM] Bansi Lal: उस जगह मत जाओ...
जहां लोग तुम्हे बर्दाश्त करते हैं...
उस जगह जाओ..
जहां लोग तुम्हारा इंतजार करते हैं..
[8/4, 7:56 AM] Bansi Lal: मैं बोलता गया हूँ वो सुनता रहा ख़ामोश,
ऐसे भी मेरी हार हुई है कभी कभी...
[8/4, 7:59 AM] Bansi Lal: मैं बोलता गया हूँ वो सुनता रहा ख़ामोश,
ऐसे भी मेरी हार हुई है कभी कभी...
[8/4, 8:01 AM] Bansi Lal: शिकायतों मे जीने से बेहतर है
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माथा चूमकर महबूब को अलविदा कह दिजिए
[8/4, 8:05 AM] Bansi Lal: 99% of your biggest worries will never happen
[8/4, 10:19 AM] Bansi Lal: जरा जो पैर फिसला इल्जाम लगाया उसी चप्पल पर सबने,
महीनों तपती जमीन और कांटों से बचाया जिसने।
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