Saturday, 15 August 2020

ख़्वाबों में रहूँ ये मेरी लाचारियाँ हैं अब,

[8/14, 6:48 AM] Bansi Lal: एक आदत सी बन गई है तू

और आदत कभी नहीं जाती
[8/14, 6:48 AM] Bansi Lal: ख़्वाबों में रहूँ ये मेरी लाचारियाँ हैं अब,

आदत सी हो गयी है तेरे पास रहने की।
[8/14, 7:58 AM] Bansi Lal: हार हो जाती है जब मान लिया जाता है 

जीत तब होती है जब ठान लिया जाता है

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