[7/4, 8:51 AM] Bansi Lal: रात को रात कह दिया मैं ने
सुनते ही बौखला गई दुनिया
[7/4, 8:53 AM] Bansi Lal: तिनका हूँ तो क्या हुआ .. वजूद है मेरा
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उड़ उड़ कर हवा का रुख तो बताता हूँ
[7/4, 8:54 AM] Bansi Lal: गजल तेरे हुस्न पे लिख तो दूँ मैं,
पर कोई दूसरा दोहराए तो मेरी जान जाती है !!
[7/4, 8:56 AM] Bansi Lal: मुख़्तसर सी ज़िन्दगी के अजीब से अफ़साने हैं!
यहाँ तीर भी चलाने हैं और परिंदे भी बचाने हैं!!
[7/4, 8:57 AM] Bansi Lal: "ज़माना बड़े शौक़ से सुन रहा था
हमीं सो गए दास्ताँ कहते कहते
[7/4, 8:58 AM] Bansi Lal: The secret of your future is hidden in your daily routine.
[7/4, 8:59 AM] Bansi Lal: ये बिछड़ना नहीं उजड़ना था।
जिस तरह से जुदा हुए हम तुम।
[7/4, 6:01 PM] Bansi Lal: रुतबा तो "खामोशियों" का होता है,
"अल्फाज" का क्या! वो तो मुकर जाते हैं, "हालात" देखकर!
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