Saturday, 15 August 2020

ख़्वाबों में रहूँ ये मेरी लाचारियाँ हैं अब,

[8/14, 6:48 AM] Bansi Lal: एक आदत सी बन गई है तू

और आदत कभी नहीं जाती
[8/14, 6:48 AM] Bansi Lal: ख़्वाबों में रहूँ ये मेरी लाचारियाँ हैं अब,

आदत सी हो गयी है तेरे पास रहने की।
[8/14, 7:58 AM] Bansi Lal: हार हो जाती है जब मान लिया जाता है 

जीत तब होती है जब ठान लिया जाता है

सफ़र में अब के अजब तजरबा निकल आया

[8/11, 7:49 AM] Bansi Lal: भाषाओं का अनुवाद हो सकता है...
भावनाओं का नहीं...

इन्हें समझना पड़ता है...
[8/11, 8:00 AM] Bansi Lal: सफ़र में अब के अजब तजरबा निकल आया

भटक गया तो नया रास्ता निकल आया
[8/11, 8:09 AM] Bansi Lal: " What we see when watching others depends on the purity of the window through which we look."
[8/11, 5:07 PM] Bansi Lal: बात करने से ही बात बनती है
बात न करने से,बातें ही बनती है
[8/12, 7:27 AM] Bansi Lal: ऐ हवा उस से ये कहना कि सलामत है अभी,

तेरे  फूलों  को  किताबों  में  छुपाने  वाला !!
[8/12, 7:29 AM] Bansi Lal: ‏جس جگہ ہم نے کیلنڈر میں جدائی لکھی 
اک ملاقات کی تاریخ وہاں باقی ہے 
شکیل اعظمی 

जिस जगह हमने कैलेन्डर में जुदाई लिक्खी 

इक  मुलाकात  की  तारीख  वहां  बाक़ी  है अभी
[8/12, 7:35 AM] Bansi Lal: ये हवाएँ उड़ न जाएँ ले के काग़ज़ का बदन 
दोस्तो मुझ पर कोई पत्थर ज़रा भारी रखो

- राहत इंदौरी 
#RIP Rahat Sahib greatest shayar of urdu in our time. Great and different styles of recitation
Koe jabab nahi tha Rahat Sahib. Miss u may the soul rest in peace.
[8/12, 7:37 AM] Bansi Lal: हर किसी से तो निभाना मुश्किल था 

ख़ुद को इतना भी गिराना मुश्किल था
[8/12, 7:38 AM] Bansi Lal: Respect is for those who deserve it, not for those who demand it.
[8/12, 7:38 AM] Bansi Lal: दो गज़ सही मगर यह मेरी मिल्कियत तो है

ऐ मौत तूने मुझे जमींदार कर दिया

#RahatIndori
[8/12, 7:40 AM] Bansi Lal: आते जाते पल ये कहते हैं हमारे कान में 

कूच का ऐलान होने को है तय्यारी रखो

~ राहत इंदौरी
[8/12, 7:41 AM] Bansi Lal: “अधिक हर्ष और उन्नति के बाद ही अधिक दुख और पतन की बारी आती है।”
[8/12, 7:42 AM] Bansi Lal: एक ही नद्दी के हैं ये दो किनारे दोस्तो

दोस्ताना ज़िंदगी से मौत से यारी रखो
[8/13, 7:50 AM] Bansi Lal: "Rejection is not a reflection of you but a reflection of what does not belong to you."

उस क्षण केवल मौन था हमारे बीच..

[8/8, 8:16 AM] Bansi Lal: जो मन की पीड़ा को स्पष्ट रूप में कह नहीं सकता, उसी को क्रोध अधिक आता है।
[8/8, 8:18 AM] Bansi Lal: उस क्षण केवल मौन था हमारे बीच.. 
क्षणिक सुख और अथाह दु:ख मिश्रित मौन..
अविश्वसनीय आश्चर्य मिश्रित मौन... 
अपूरित अपेक्षाओं और ज्ञात परिणाम मिश्रित मौन... 
[8/9, 6:02 AM] Bansi Lal: पहले खुशबु के मिज़ाजों को समझ लो !!

फिर गुलिस्तां मे किसी गुल से मोहबत करना !!
[8/10, 7:49 AM] Bansi Lal: दिल भी पागल है कि उस शख़्स से वाबस्ता है,

जो किसी और का होने दे न अपना रक्खे...
[8/10, 7:52 AM] Bansi Lal: हाथ छूटें भी तो रिश्ते नहीं  छोड़ा  करते 
वक़्त की शाख़ से लम्हे नहीं तोड़ा करते
[8/10, 7:55 AM] Bansi Lal: सबसे बड़ी मूर्खता है - इस विश्वास से लबालब भरे रहना कि लोग हमें वोही मान रहे हैं, जो हम उन्हें मनवाना चाहते हैं !
[8/10, 7:59 AM] Bansi Lal: किरदार को अपने यूं न बयां करो खुल कर

ये शरीफों का शहर है अदाकारी जरूरी है
[8/10, 8:05 AM] Bansi Lal: नाराजग़ी है तो ज़रा हक़ से जताइए
यूं फेर कर नज़रें ! 
ग़ैर क्यों करते हैं ?

: The best person in your life is the one who comes first in your mind after reading this sentence.

[8/8, 7:45 AM] Bansi Lal: The best person in your life is the one who comes first in your mind after reading this sentence.
[8/8, 7:54 AM] Bansi Lal: Faith allows things to happen. It is the power that comes from a fearless heart. And when a fearless heart believes, miracles happen.
[8/8, 7:57 AM] Bansi Lal: मेरा रुकना जरूरी नहीं यहाँ,  तुम्हारा ठहरना जरूरी है !
[8/8, 8:04 AM] Bansi Lal: Sometimes it takes the worst pain to bring about the best change.
[8/8, 8:08 AM] Bansi Lal: वक़्त ख़ुश ख़ुश काटने का मशवरा देते हुए
रो पड़ा वो आप मुझ को हौसला देते हुए
[8/8, 8:08 AM] Bansi Lal: मेरे दिल को छू लेते है अक्सर ख़ामोश चेहरे..
हँसते हुए चेहरों में मुझे फ़रेब नज़र आते है...

अपनी हालत का ख़ुद एहसास नहीं है मुझ को

[8/6, 8:33 PM] Bansi Lal: True relationship are like mornings, u cant have them the whole day, but u can be sure, they will be there when u wakeup tomorrow, next year and forever.
[8/6, 8:46 PM] Bansi Lal: अपनी हालत का ख़ुद एहसास नहीं है मुझ को 

मैं ने औरों से सुना है  कि परेशान  हूँ  मैं .
[8/6, 8:47 PM] Bansi Lal: Life doesn't always give you the people you want, and sometimes it takes away the people you need the most.
[8/6, 8:52 PM] Bansi Lal: तुम जरूरी थे 

जरूरत नही..!
[8/6, 8:56 PM] Bansi Lal: अगर रिश्तो में खामोशी आ जायें 

तो उस रिश्ते का कोई वजूद नहीं रहता ...!!
[8/6, 8:57 PM] Bansi Lal: मैं डूब के उभरा तो बस इतना ही देखा है,

औरों की तरह तू भी किनारे पे खड़ा था..

जिंदगी ने दिए थे अँधेरे तो क्या,

[8/1, 9:14 AM] Bansi Lal: "जिंदगी ने दिए थे अँधेरे तो क्या, 
तुम थे चाहते उजाले तो रुकते ज़रा, हम तो खुद जल जाते रौशनी के लिए"
[8/4, 7:49 AM] Bansi Lal: उस जगह मत जाओ...
जहां लोग तुम्हे बर्दाश्त करते हैं...

उस जगह जाओ..
जहां लोग तुम्हारा इंतजार करते हैं..
[8/4, 7:56 AM] Bansi Lal: मैं बोलता गया हूँ वो सुनता रहा ख़ामोश,

ऐसे भी मेरी हार हुई है कभी कभी...
[8/4, 7:59 AM] Bansi Lal: मैं बोलता गया हूँ वो सुनता रहा ख़ामोश,

ऐसे भी मेरी हार हुई है कभी कभी...
[8/4, 8:01 AM] Bansi Lal: शिकायतों मे जीने से बेहतर है 
.
.
माथा चूमकर महबूब को अलविदा कह दिजिए
[8/4, 8:05 AM] Bansi Lal: 99% of your biggest worries will never happen
[8/4, 10:19 AM] Bansi Lal: जरा जो पैर फिसला इल्जाम लगाया उसी चप्पल पर सबने,

महीनों तपती जमीन और कांटों से बचाया जिसने।

रिश्तों को जेबों में नहीं,दिलों में रखिए हुज़ूर

[7/31, 6:39 AM] Bansi Lal: रिश्तों को जेबों में नहीं,दिलों में रखिए हुज़ूर

वक़्त से शातिर कोई जेबक़तरा नहीं होता
[7/31, 6:39 AM] Bansi Lal: जिस धागे की गाँठे खुल सकतीं हैं 

उस धागे पर कैंची नहीं चलानी चाहिए ..
[7/31, 6:40 AM] Bansi Lal: रिश्तों की दलदल से कैसे निकलेंगे,

हर साज़िश के पीछे अपने निकलेंगे
[7/31, 6:44 AM] Bansi Lal: ज़िन्दगी में यही देखना ज़रूरी नहीं है,
कि कौन हमारे आगे हैया कौन हमारे पीछे

कभी यह भी देख लिया करो....
हम किसके साथ हैं, और कौन हमारे साथ है..!!
[7/31, 7:55 AM] Bansi Lal: " Our own existence is a sailing of life's incessant queries; hence this enables us to unfold the true character of our own being. This keeps each one's ship to sail with prudence and faith amidst all the whipping storms of life."

: What passes for optimism is most often the effect of an intellectual error.

[7/13, 7:15 AM] Bansi Lal: What passes for optimism is most often the effect of an intellectual error.
[7/13, 7:15 AM] Bansi Lal: “Life Become Useless And Insipid When We No Longer Have Either Friends Or Enemies”
[7/28, 11:08 AM] Bansi Lal: “Worry is spiritual near-sightedness, a fumbling way of looking at little things and magnifying their value.”
[7/29, 10:04 AM] Bansi Lal: The best way to appreciate someone is to imagine your life without them.
[7/29, 10:08 AM] Bansi Lal: थोड़ा डूबूँगा, मगर मैं 
फिर तैर आऊँगा... 

ऐ ज़िंदगी, तू देख, 
मै फिर जीत जाऊँगा...
[7/30, 7:51 AM] Bansi Lal: सत्य केवल उनके लिए कड़वा होता है, 

जो लोग झूठ में रहने के आदी हो चुके हो..!!

             🙏 सुप्रभात 🙏
[7/30, 9:21 PM] Bansi Lal: ज़ेहन अपना फ़र्ज़ निभाता है, काम अपना ज़बान करती है

मगर एक नज़र ही है, जो हमेशा हक़ीक़त बयान करती है
[7/30, 9:32 PM] Bansi Lal: अपना लड़ना भी मोहब्बत है, तुम्हें इल्म नहीं है----

चीख़ते तुम रहे और गला मेरा ही बैठ गया..!!
[7/30, 9:37 PM] Bansi Lal: जब तलक दूर है तू तेरी परस्तिश कर लें, 

हम जिसे छू न सकें उसको खुदा कहते हैं . 

(परस्तिश- इवादत, पूजा)
[7/30, 9:57 PM] Bansi Lal: दीपक का जीवन वंदनीय है, वह दूसरो के लिए 'जलता' है,

दूसरों से नहीं...

तुम ने किया न याद कभी भूल कर हमें

[7/5, 11:46 AM] Bansi Lal: तुम ने किया न याद कभी भूल कर हमें 

हम ने तुम्हारी याद में सब कुछ भुला दिया
[7/5, 1:10 PM] Bansi Lal: यही हासिल है हमारा उम्र भर के लिए
उसने रखा था हमें याद उम्र भर के लिए

ये क्या कम है के जीए हम ज़िंदा रहकर
कितने क़ातिल थे तैयार एक सर के लिए

कौन रखता है दिल में हमने देख लिया
कहीं से रास्ता तो निकले अपने घर के लिए
[7/6, 7:57 AM] Bansi Lal: ये बिछड़ना नहीं उजड़ना था।

जिस तरह से जुदा हुए हम तुम।
[7/6, 10:09 AM] Bansi Lal: “Worry is spiritual near-sightedness, a fumbling way of looking at little things and magnifying their value.”
[7/6, 11:32 AM] Bansi Lal: ज़रूरी नहीं कि मेरी कहानी का कोई ज़िक्र रखो,

कहीं भी रखो, तुम मेरे किरदार को ज़िंदा रखो.....!
[7/6, 11:33 AM] Bansi Lal: इश्क़ कर के देख ली जो बेबसी देखी न थी 
इस क़दर उलझन में पहले ज़िंदगी देखी न थी 

ये तमाशा भी अजब है उन के उठ जाने के बाद 
मैं ने दिन में इस से पहले तीरगी देखी न थी 

आप क्या आए कि रुख़्सत सब अंधेरे हो गए 
इस क़दर घर में कभी भी रौशनी देखी न थी

रात को रात कह दिया मैं ने

[7/4, 8:51 AM] Bansi Lal: रात को रात कह दिया मैं ने

सुनते ही बौखला गई दुनिया
[7/4, 8:53 AM] Bansi Lal: तिनका हूँ तो क्या हुआ .. वजूद है मेरा
.
.
उड़ उड़ कर हवा का रुख तो बताता हूँ
[7/4, 8:54 AM] Bansi Lal: गजल तेरे हुस्न पे लिख तो दूँ मैं,

पर कोई दूसरा दोहराए तो मेरी जान जाती है !!
[7/4, 8:56 AM] Bansi Lal: मुख़्तसर सी ज़िन्दगी के अजीब से अफ़साने हैं!

यहाँ तीर भी चलाने हैं और परिंदे भी बचाने हैं!!
[7/4, 8:57 AM] Bansi Lal: "ज़माना बड़े शौक़ से सुन रहा था

हमीं सो गए दास्ताँ कहते कहते
[7/4, 8:58 AM] Bansi Lal: The secret of your future is hidden in your daily routine.
[7/4, 8:59 AM] Bansi Lal: ये बिछड़ना नहीं उजड़ना था।

जिस तरह से जुदा हुए हम तुम।
[7/4, 6:01 PM] Bansi Lal: रुतबा तो "खामोशियों" का होता है, 

"अल्फाज" का क्या! वो तो मुकर जाते हैं, "हालात" देखकर!

ज़िन्दग़ी के अंजुमन का बस यही दस्तूर है,

[7/2, 8:26 AM] Bansi Lal: ज़िन्दग़ी के अंजुमन का बस यही दस्तूर है,

बढ़ के मिलिये और मिल कर दूर होते जाइये..!!
[7/2, 8:29 AM] Bansi Lal: तेरी आह, किस से ख़बर पाइए 

वही बेख़बर है जो आगाह है
[7/3, 7:03 AM] Bansi Lal: जिन्हें पता है कि अकेलापन क्या होता है..

वो लोग दूसरों के लिए हमेशा हाजिर रहते हैं..
[7/3, 7:45 AM] Bansi Lal: रफ़्तार कुछ जिंदगी की यू बनाये रखो यारों,

कि दुश्मन कोई आगे ना निकले और दोस्त कोई पीछे ना छुटे..
[7/3, 7:46 AM] Bansi Lal: इश्क़ की आख़री हदों में हूं साहब..!

राख़ हूं .....अब और नही जल सकती..!!
[7/3, 8:21 AM] Bansi Lal: नई सुब्ह पर नज़र है मगर आह ये भी डर है

ये सहर भी रफ़्ता रफ़्ता कहीं शाम तक न पहुँचे

डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा

 [8:11 AM, 8/24/2023] Bansi Lal: डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा [8:22 AM, 8/24/2023] Bansi La...