हमें रखना अंधेरे में तुम्हें भारी न पड़ जाए
अंधेरा देर तक रहने पे चीज़ें दिखने लगती हैं !!
ज़िन्दगी नहीं रुकती किसी के बगैर...
बस उस शख़्स की जगह हमेशा खाली रह जाती है ।।
फरिश्तों की हो ज़मी या घर महबूब का,
जो छोड़ दिया फिर उसे मुड़ कर नहीं देखा।
ना चाहते हुए भी बहुत से रिश्ते जीवन भर ढोने पड़ते हैं
उस शख़्स ने बहुत रुलाया है,
जिसे मैंने ख़ुद से ज्यादा चाहा है।
सादगी सबसे मुश्किल चीज़ है, ये तजरुबे की आख़री हद और अक़ल की आख़री कोशिश है.
सादगी में सुकून है!
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