उगते सूरज और दौड़ते हुए घोड़े
के चित्र लगाने से प्रगति नहीं होती है.
के चित्र लगाने से प्रगति नहीं होती है.
प्रगति के लिए सूर्योदय से लेकर
सूर्यास्त तक घोड़े की भांति दौड़ना पड़ता है..!!
सूर्यास्त तक घोड़े की भांति दौड़ना पड़ता है..!!
काश! के जो इलाज़म लगे है
हमने वो गलती भी की होती ...
कभी कभी समझ नही आता
भरोसा टूट रहा है ...........या भ्रम !
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