अर्जुन ने एक रात को स्वप्न में देखा की एक गाय अपने नवजात बछड़े को प्रेम से चाट रही है। चाटते चाटते वह गाय उस बछड़े की कोमल खाल को छील देती है। उसके शरीर से रक्त निकलने लगता है और वह बेहोश होकर नीचे गिर जाता है।
अर्जुन प्रातः यह स्वप्न भगवान श्री कृष्ण को बताते है। भगवान मुस्कुरा कर कहते हैं की यह स्वप्न कलियुग का लक्षण है। कलियुग में माता पिता अपनी संतान को इतना प्रेम करेंगे, उन्हें सुविधाओं का इतना व्यसनी बना देंगे की वे उनमे डूबकर अपनी ही हानि कर बैठेंगे, सुविधाभोगी और कुमार्गगामी बनकर विभिन्न अज्ञानताओं में फंसकर अपने होश गँवा देंगे।
आजकल हो भी यही रहा है। मातापिता बच्चों को मोबाइल, बाइक-कार, कपडे, फैशन की सामग्री और पैसे उपलब्ध करा देते हैं। बच्चों का चिंतन इतना विषाक्त हो जाता है की वो माता पिता से झूठ बोलना, छिपाना, चोरी करना, अपमान करना सीख जाते हैं।
Saturday, 26 December 2015
कलयुगी माँ बाप:
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