Tuesday, 1 June 2021

चलते रहेंगे क़ाफिले तेरे बग़ैर भी यहाँ...एक तारा टुट जाने से फलक सुना तो नहीं होता!

[31/05, 8:18 am] Bansi Lal: फ़कत जंज़ीर बदली जा रही थी,

मैं समझ बैठा कि रिहाई हो गई..
[31/05, 8:21 am] Bansi Lal: चलते रहेंगे क़ाफिले तेरे बग़ैर भी यहाँ...

एक तारा टुट जाने से फलक सुना तो नहीं होता!
[31/05, 8:23 am] Bansi Lal: कुछ लोगों की बातों से ही पता चल जाता है,

कि ये कोई इल्ज़ाम देकर आगे बढ़ जायेंगें
[31/05, 8:24 am] Bansi Lal: ये ख़ामोश मिज़ाजी तुम्हे जीने नहीं देगी,

इस दौर में जीना है तो कोहराम मचा दो ...
[31/05, 8:25 am] Bansi Lal: अंधभक्त होने के लिए

 प्रचंड मूर्ख होना अनिवार्य शर्त है!
[31/05, 8:27 am] Bansi Lal: सवाल ये है हवा आई किस इशारे पर

चराग़ किसके बुझे ये सवाल थोड़ी है..
[31/05, 8:32 am] Bansi Lal: तेरे जज़्बे की शिद्दत क़ाबिल-ए-सिताइश है!!

फ़ासिले  फ़ासिले   नहीं  होते,
जब दिलों में ख़लल नही होते।
[31/05, 8:33 am] Bansi Lal: अपने कदमों की काबिलियत पर विश्वास रख, 

तेरी मंजिल तुझे अपने आप ढूंढ लेगी।
[31/05, 7:39 pm] Bansi Lal: Change the way you look at things and the things you look at change.

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