[7:57 am, 29/03/2021] Bansi Lal: ग़ज़ल
आख़िर तो डूबना ही था काग़ज़ की नाव को
इल्ज़ाम देते रहिए नदी के बहाव को
[7:59 am, 29/03/2021] Bansi Lal: Your gratitude is magnetic, and the more gratitude you have, the more abundance you magnetize.
[7:59 am, 29/03/2021] Bansi Lal: " ऐसा लगता है हर इम्तिहाँ के लिए
किसीने ज़िन्दगी को हमारा पता बता दिया है "
[8:01 am, 29/03/2021] Bansi Lal: अगरचे ज़ोर हवाओं ने डाल रखा है,
मगर चराग़ ने लौ को सम्भाल रखा है
[6:41 pm, 29/03/2021] Bansi Lal: अपनी विशेषताओं का
प्रयोग करो,
जीवन के हर कदम में
प्रगति का अनुभव होगा..
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