[17/02, 6:15 am] Bansi Lal: सुना है लोग उसे आँख भर के देखते हैं
सो उस के शहर में कुछ दिन ठहर के देखते हैं
[17/02, 6:17 am] Bansi Lal: Sometimes you have to get knocked down lower than you have ever been to stand up taller than you ever were.
[17/02, 6:22 am] Bansi Lal: देखा है मैंने इस दुनिया का रिवाज-ए-इश्क़
जहाँ आम से खास हो जाते है और खास से खाक
[17/02, 6:22 am] Bansi Lal: कितनी
आज़ादी से हम..
अपनी हदों में क़ैद हैं..
[17/02, 6:23 am] Bansi Lal: एक ज़रा सी कश्ती ने ललकारा है,
अब देखें क्या ढोंग समंदर करता है
[17/02, 6:24 am] Bansi Lal: ब्याह औरतों से आँगन छीनता है और व्यापार मर्दों से गाँव.!
[17/02, 6:25 am] Bansi Lal: Love yourself so hard that your aura naturally repels any negative vibes coming at you.
[17/02, 6:28 am] Bansi Lal: त्याग का अर्थ है,,
जिसकी खातिर बेचैन हो उसे ही छोड़ दो।
😄😄😄
[17/02, 6:29 am] Bansi Lal: ऐसा न हो कि ख़्वाब ही, रह जाए ज़िंदगी
जो दिल में ठानिए उसे, करना भी सीखिए
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