[09/03, 8:06 pm] Bansi Lal: परमात्मा सभी को एक ही मिट्टी से बनाता है,
बस फर्क इतना है कि कोई बाहर से खूबसूरत होता है तो कोई भीतर से..
[09/03, 8:08 pm] Bansi Lal: शहर का तब्दील होना शाद रहना और उदास
रौनक़ें जितनी यहाँ हैं औरतों के दम से हैं
[09/03, 8:08 pm] Bansi Lal: किसी का सरल स्वभाव उसकी कमज़ोरी नहीं...
बल्कि माता-पिता द्वारा दिए उत्तम संस्कार हैं.
[09/03, 8:09 pm] Bansi Lal: संबंध तोड़ने नहीं चाहिए लेकिन जहाँ कद्र ना हो
वहाँ निभाने भी नहीं चाहिए...!
[09/03, 8:10 pm] Bansi Lal: न हथियार से मिलते हैं न
अधिकार से मिलते हैं....
दिलों पर कब्जे बस
अपने व्यवहार से मिलते है....
[09/03, 8:11 pm] Bansi Lal: दुःख को बहुत सहेज के रखना पड़ा हमें,
सुख तो किसी कपूर की टिकिया-सा उड़ गया।
[09/03, 8:12 pm] Bansi Lal: जिनसे मिल कर ख़ुदा की याद आए
उनसे मिलने में एहतियात न कर !!
[09/03, 8:14 pm] Bansi Lal: कभी चाल कभी मक़सद कभी मंसूबे यार होते है,
इस दौर में खैरीयत के मतलब भी हजार होते है !
[09/03, 8:15 pm] Bansi Lal: तमाम उम्र वो गूँगें की तरह बैठा था
इसी हुनर पे उसने ख़ूब तरक़्क़ी की है
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