ज़िंदगी है या कोई तूफ़ान है!
हम तो इस जीने के हाथों मर चले
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हाथो में कुछ और लकीरो में कुछ और
ये ज़िन्दगी है जनाब
हमारी कुछ और , तुम्हारी कुछ और
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भला हुआ कि कोई और मिल गया तुम सा
वरना हम भी किसी दिन तुम्हें भुला देते
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आँधियाँ आती थीं लेकिन कभी ऐसा न हुआ
ख़ौफ़ के मारे जुदा शाख़ से पत्ता न हुआ
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मेरी ज़िंदगी तो गुज़री तेरे हिज्र के सहारे
मेरी मौत को भी प्यारे कोई चाहिए बहाना
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न मंज़िल को पता होगा न रस्तों को ख़बर होगी
मुसाफ़िर एक दिन आराम से घर बैठ जाएगा
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जिंदगी जीने के दो रास्ते है…
भूल जाओ उन्हें जिन्हें माफ़ नहीं कर सकते…
या
माफ़ कर दो उन्हें जिन्हें भुला नहीं सकते…
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अंजाम-ए-वफ़ा ये है जिस ने भी मोहब्बत की
मरने की दुआ माँगी जीने की सज़ा पाई
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मिलने की तरह मुझ से वो पल भर नहीं मिलता
दिल उस से मिला जिस से मुक़द्दर नहीं मिलता
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"ज़माना बड़े शौक़ से सुन रहा था
हमीं सो गए दास्ताँ कहते कहते"
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मुद्दत के बाद आज उसे देख कर
इक बार दिल तो धड़का मगर फिर सँभल गया
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दिल भी पागल है कि उस शख़्स से वाबस्ता है
जो किसी और का होने दे न अपना रक्खे
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चाह कर भी तुझ तक पहुँचना है नामुमकिन...
ये किसने कर दिये रास्ते धुआं धुआं मेरे
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कोई तुमसा भी काश तुमको मिले
मुद'आ हमको इंतक़ाम से है
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क्या दुआ रोज़-ए-हश्र की माँगें
वहाँ पर भी यही ख़ुदा होगा
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Love and logic never meet,
cannot meet.
Logic means the outward journey.
Love means the inward journey.
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जो लोग मौत को ज़ालिम क़रार देते हैं,
ख़ुदा मिलाए उन्हें ज़िंदगी के मारों से...
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दुश्मनों से प्यार होता जाएगा,
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दोस्तों को आज़माते जाइए
रवैया देख कर बेटों का, बूढ़े बाप को ख्याल आया
जब बारीश ठहर जाती है, तो छतरी बोझ लगती है
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बरखा अपने आप में ही बाकमाल शय है
फिर इससे घबराना क्या ।
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समझने ही नहीं देती सियासत हम को सच्चाई
कभी चेहरा नहीं मिलता कभी दर्पन नहीं मिलता
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Discover yourself; otherwise you have to depend on other people’s opinions who don’t know themselves. ~ #Osho
मेरे जख्मों को हमेशा उनसे ही मोहब्बत हुई
जो शख्स नमक का कारोबार करते हैं ||
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