Thursday, 2 March 2017

मयखाने:

मशाल-ए-आतिश है, तेरा रोग-ए-मोहब्बत

जो रोशन तो करता है, मगर जला-जला कर....
🙏🏻💐🙏🏻
मयखाने से पूछा आज,
इतना सन्नाटा क्यों है,

मयखाना भी मुस्कुरा के बोला,
लहू का दौर है साहेब,
अब शराब कौन पीता है.
🙏🏻🍸🙏🏻
"लहर को सही समय पर पकड़ने में किस्मत साथ दे सकती है, पर उसके साथ आगे बढ़ पाना आप पर है। "
💐🙏🏻💐
भरी बरसात में उड कर दिखा ए माहिर परिंदे,

आसमान खुला हो तो तिनके भी सफर कीया करते है.........
🙏🏻💐🙏🏻
तुफानो से आँख मिलाओ, सैलाबों पे वार करो,

मल्लाहों का चक्कर छोडो तैर के दरिया पार करो !!
💐🙏🏻💐

One of the greatest blessings is to be able to be happy even when things aren’t going the way we planned...
🙏🏻💐🙏🏻

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