[4/30, 7:20 AM] Bansi Lal: सत्य हमेशा पानी में तेल की एक बूँद के समान होता है,
कितना भी असत्य का पानी डालें वह हमेशा ऊपर ही तैरता है..
[4/30, 7:24 AM] Bansi Lal: मुक्कमल ना सही अधूरा ही रहने दो
ये इश्क़ है , कोई मकसद नहीं....!
[4/30, 7:27 AM] Bansi Lal: "एक सूरज था कि तारों के घराने से उठा
आँख हैरान है क्या शख़्स ज़माने से उठा
#IrrfanKhan #RestInPeace
[4/30, 7:42 AM] Bansi Lal: जो गुज़र गया नादानियों मे..
वो वक़्त कमाल का था साहब..
[4/30, 7:45 AM] Bansi Lal: जब अपने ही परिंदे किसी और के दाने कि आदी हो जाएं
तो उन्हें आजाद कर देना चाहिए
[4/30, 8:24 AM] Bansi Lal: जब ज़िंदगी समंदर में गिरती है,
तब वक़्त तैरना सिखा देता है...
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