कौन कहता हैं कि दूरियां हमेशा..
किलोमीटरों में नापी जाती हैं..
कभी कभी "ख़ुद" से मिलने में भी
जिन्दगी गुजर जाती हैं..
बहुत खास हो"तुम"
जिक्र हर बार जरूरी नहीं....!!
झूठ बोलकर भरोसा तोड़ने से अच्छा है
सच बोलकर रिश्ता तोड़ लिया जाए..
रिश्ता फिर जुड़ जायेगा लेकिन
भरोसा कभी नहीं जुड़ेगा..
बदले हैं मिज़ाज़ उनके कुछ दिनों से
वो बात तो करते हैं , ' मगर , बातें नहीं करते
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