When silence can speak
Words has no worth
गज़ब
होंठ सी कर भी कहां बात बनी
खामोशी के भी वही तेवर हैं सदाओं वाले।
लफ्ज़ ही होते है इंसान का आईना,
शक्ल का क्या है ? वो तो उम्र और हालात के साथ,
अक्सर बदल जाती है..
दिल भी आज मुझे ये कह कर डरा रहा है...
करो याद उसे वरना मै भी धडकना छोड़ दूंगा...
"जानने का अवसर सिर्फ़ एक बार आता है
बाक़ी मुलाक़ातें तो महज़ रवायत हैं..."
बग़ैर पूछे जो अपनी सफ़ाई देता है
नहीं भी हो .. तो भी मुजरिम दिखाई देता है
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