Monday, 30 March 2020

सुनाता रहा जिसे मैं दर्द अपना
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वो कमबख्त दुश्मन का ही दोस्त निकला
उसे चाहिए  भी सलाह मुझसे
वो मेरी बात भी नही मानता है

कौन कहता हैं कि दूरियां हमेशा..

कौन कहता हैं कि दूरियां हमेशा..
किलोमीटरों में नापी जाती हैं..

कभी  कभी "ख़ुद" से मिलने में भी
जिन्दगी  गुजर  जाती हैं..

बहुत खास हो"तुम"

जिक्र हर बार जरूरी नहीं....!!


झूठ बोलकर भरोसा तोड़ने से अच्छा है 

सच बोलकर रिश्ता तोड़ लिया जाए..

 रिश्ता फिर जुड़ जायेगा लेकिन 

भरोसा कभी नहीं जुड़ेगा..

बदले  हैं  मिज़ाज़  उनके  कुछ  दिनों  से

वो बात तो करते हैं , ' मगर , बातें नहीं करते

तराशीदम ,, परस्तीदम ,, शिकस्तम ,,,


तराशीदम ,, परस्तीदम ,, शिकस्तम ,,,

मैंने तराशा , मैंने पूजा , मैंने तोड़ दिया ..!!!

इंतज़ार क्या है ?

“आँखों की बारिश में भीगती, दिल की दहलीज़!”

हुआ फिर यूँ कि उठकर नींद में चलने लगा था मैं

बताया था किसी ने ख़्वाब में तेरा पता मुझको

तुम मेरी तरफ़ देखना छोड़ो तो बताऊँ 

हर शख़्स तुम्हारी ही तरफ़ देख रहा है ।

उसे ये शिकवा के मैं उसे समझ न सका..

और मुझे ये नाज़ के मैं जानता बस उसको था..!!

मेरे टूटे हौसले के पर निकलते देख कर

मेरे टूटे हौसले के पर निकलते देख कर 
उस ने दीवारों को अपनी और ऊँचा कर दिया 


जो व्यस्त थे...वो व्यस्त ही निकले,

वक्त पर " फालतू " लोग ही काम आए...


" लिखना तो ये था की खुश हूँ तेरे बगैर भी

  पर कलम से पहले आंसू कागज़ पर गिर गया "......!!


अपने वो नहीं होते जो 
तस्वीरों में साथ खड़े होते है..
अपने तो वो होते हैं जो
तकलीफों में साथ खड़े होते हैं... !


वोह कच्चा रिश्ता.....पक्के रंग छोड़ गया !


"निशानी क्या बताऊँ तुझे अपनें घर की

  जहाँ की गलियां उदास लगे वहीं चले आना "


रंग उसी का चढ़ा है अब तक,
जिसने रंग नहीं लगाया अभी तक


“वक़्त ने गुज़रते हुए तजुर्बे के कान मे हौले से कहा, 

ये ख्वाहिशें ही हैं जो झुर्रियो में तब्दील हो गईं।”


जुल्फें  बांधा  मत  करो  तुम ,

              हवाएं  नाराज  रहती  है ।


"चादर"  से "पैर" तभी बाहर आते हैं,..

जब  "उसूलों"  से बड़े  "ख्वाब" हो जाते हैं !

When silence can speak

 When silence can speak
Words has no worth


गज़ब

होंठ सी कर भी कहां बात बनी 

खामोशी के भी वही तेवर हैं सदाओं वाले।

लफ्ज़ ही होते है इंसान का आईना,

शक्ल का क्या है ? वो तो उम्र और हालात के साथ,
अक्सर बदल जाती है..


दिल भी आज मुझे ये कह कर डरा रहा है...

करो याद उसे वरना मै भी धडकना छोड़ दूंगा...


"जानने का अवसर सिर्फ़ एक बार आता है
बाक़ी मुलाक़ातें तो महज़ रवायत हैं..."


बग़ैर पूछे जो अपनी सफ़ाई देता है
नहीं भी हो .. तो भी मुजरिम दिखाई देता है

झूठी शान के परिंदे ही ज्यादा फड़फड़ाते हैं…

 झूठी शान के परिंदे ही ज्यादा फड़फड़ाते हैं…

 बाज़ की उडान में कभी आवाज़ नहीं होती..

#होली मुबारक हो आप औऱ आपके सपरिबार को
💐💐💐🌹🌹🌹💐💐💐


तेरे प्यार की हिफाजत कुछ इस तरह से की है हमने...

जब भी कभी किसी ने प्यार से देखा तो नज़रे झुका ली हमने...


हज़ार बार ली है तुमने तलाशी मेरे दिल की,

बताओ कभी कुछ मिला है इसमें आपके सिवा..|


मजबूरी है साहब

मुस्कुराना पड़ता है


माना लफ्जो के घाव बड़े चुभते है,
तो खामोशियां क्या कम ज़हर होती है..!!


पलकों की हद को तोड़ के दामन पे आ गिरा 
इक अश्क मेरे सब्र की तौहीन कर गया

अगर रिश्तों की पाठशाला बनाई रखनी है


अगर रिश्तों की पाठशाला बनाई रखनी है
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तो गणित का विषय कमजोर होना बहुत जरुरी है

Distance doesn't matter if two hearts are loyal to each other.


"शब्द" चाहे जितने हो मेरे पास..
जो तुम तक न

 पहुचे.....सब "व्यर्थ" है......


सारी दुनिया से बेखबर हो जाते...

जब दो पल तेरे साथ के मिल जाते..!!

वो ज़हर देता तो सब की निगह में आ जाता

वो ज़हर देता तो सब की निगह में आ जाता 
सो ये किया कि मुझे वक़्त पे दवाएँ न दीं


बेनाम आरजू की वजह ना पूछिए,

कोई अजनबी था रूह का दर्द बन गया..!!!!


Joy starts when you realize your happiness does not depend on circumstances.


जब समाज टूट रहा होगा 
तो कुछ लोग 
उसे बचाने नहीं 

उसमें अपना हिस्सा लेने आएंगे...!!

किसी को ठीक-ठीक पहचानना है तो उसे दूसरों की बुराई करते सुनो। ध्यान से सुनो।

सब कुछ जब सही लगने लगे तो 
समझ जाना कही गलत हो रहा है

यादों में बड़ी ताकत होती है,


यादों में बड़ी ताकत होती है,
वो कल को..आज में जिंदा रखती है..!!

" वक़्त रहते ही देख लो वरनां

  ख़्वाब आँख़ें बदल भी लेते हैं ".....!!

वक़्त बता देता है के लोग क्या थे

और आप क्या समझते थे .....

‏ज़ेहन ओ दिल के फ़ासले थे हम जिन्हें सहते रहे
एक ही घर में बहुत से अजनबी रहते रहे

"सृष्टि की अनछुई देह पर
पहला प्रेम स्पर्श ‘मौन’ का था
जो भाषा से असहमत था..."

मंदिर तक पहुँचना तन का विषय है,


ईश्वर तक पहुँचना 
मन का विषय है..

धन तभी सार्थक हैं, जब "धर्म" भी साथ हो
विशिष्टता तभी सार्थक हैं, जब "शिष्टता" भी साथ हो 

सुंदरता तभी सार्थक हैं, जब "चरित्र" भी शुद्ध हो 

रिश्तों का होना तभी सार्थक हैं,
जब उसमे "प्यार और विश्वास" हो।

केवल बल का होना
आपको पुरुष नहीं बनाता...

केवल सौन्दर्य 
आपको स्त्री नहीं बनाता...

लोहे का स्वाद
लोहार से मत पूछो

उस घोड़े से पूछो
जिसके मुँह में लगाम है.

काश तुम से हज़ार बातें करूँ
और हर बात अधूरी रह जाए

नदी के किनारो की तरह शायद हम तुम कभी मिल ना पाये....


नदी के किनारो की तरह शायद हम तुम कभी मिल ना पाये.....
पर समन्दर में मिलने तक................ तुम मेरे साथ तो चलो  !

जिस पर तुमको यक़ीन ज्यादा हो
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उससे उम्मीद कम से कम रखना

“हमारे सुख का सबसे बड़ा रक्षक
दुख ही था!”

यूँ तो हसरतें बहुत थीं, मुहब्बत में मर मिटने की...
पर लौट कर आ गए हम उन अजीब रास्तों से...

कौन कहता हैं कि दूरियां हमेशा..

कौन कहता हैं कि दूरियां हमेशा..
किलोमीटरों में नापी जाती हैं..

कभी  कभी "ख़ुद" से मिलने में भी
जिन्दगी  गुजर  जाती हैं..


बहुत खास हो"तुम"

जिक्र हर बार जरूरी नहीं....!!


झूठ बोलकर भरोसा तोड़ने से अच्छा है 

सच बोलकर रिश्ता तोड़ लिया जाए..

 रिश्ता फिर जुड़ जायेगा लेकिन 

भरोसा कभी नहीं जुड़ेगा..


बदले  हैं  मिज़ाज़  उनके  कुछ  दिनों  से

वो बात तो करते हैं , ' मगर , बातें नहीं करते


The virus has a very big ego, he will not come to your house unless you go out and invite.

Stay home,  don't go out.


"कई बुरे दौर गुजरे हैं जिंदगी के
यह दौर भी गुजर जायेगा,

थाम लो अपने पांव को घरों में..
ये मंज़र भी थम जाएगा...!!!"


अब नहीं कोई बात खतरे की

अब सभी को सभी से खतरा है।


टिके रहना खाट पर

वरना कोई छोड़ने भी नहीं जाएगा 
घाट पर ,


एक जरूरत छूपी होती है
जब कोई कहता है 
.
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मुझे अकेला छोड़ दो

अब टूट गया दिल तो

अब टूट गया दिल तो
बवाल क्या करें,,

खुद ही किया था पंसद तो
सवाल क्या करें...!!

अच्छा ख़ासा बैठे बैठे गुम हो जाता हूं
अब मैं अक्सर मैं नहीं रहता तुम हो जाता हूं

: मोहब्बत के रास्ते पे इतराते चलते गए,

अब लौटना है,रास्ता तो देखा ही नहीं मैंने।।

वो सज़ा देके दूर जा बैठे 
किससे

पूछूँ मेरी खता
क्या है ....!!

कहते कुछ है,गुजरता दिल पे कुछ और है
जिंदगी मेरी बस यूँ ही कहने-सहने में गुजर रही है !!


एहसास की सब बंदिशें भी तो तुमसे ही हैं...

ना तुम ख्वाहिश होते ना हम तुम्हें लिखते ...!!


आप कहते थे कि रोने से न बदलेंगे नसीब 
उम्र भर आप की इस बात ने रोने न दिया

आग भी कया चीज है..

बातों से भी लग जाती है....


विश्वास रखें साहब,

सिकंदर भी भारत में ही हारा था !!


बहुत पसंद है मुझे वो लोग जो मेरे कुछ नही लगते ..

पर मेरे अपनो से ज़्यादा मेरी परवाह करते है


अच्छा हुआ अकेले रहने की आदत हो गई थी 

वरना न जाने क्या होता इन दिनों...!!!


सिर्फ तेरे ख्याल भर से 
फिजा का रंगीन हो जाना... 
   
महज ये इत्तफाक नहीं है 
सबूत - ए - इश्क है ये...


ज़िंदगी जैसे..

खोई खोई है..

हैरां हैरां है...


नफ़रत करने से बढ़ जाती है एहमियत किसी की

क्यों ना माफ करके उनको शर्मिंदा कर दिया जाए


गुस्से का आना, मर्द होने की निशानी है..
मगर..

गुस्से को पी जाना पति होने की निशानी है।


गुनाहों से हर कोई भर गया था......!! 

तभी आज कोई चेहरा दिखाने के काबिल नहीं है......!!!!

डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा

 [8:11 AM, 8/24/2023] Bansi Lal: डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा [8:22 AM, 8/24/2023] Bansi La...