Thursday, 3 January 2019

यकीन नही होता फिर भी मान लेता हूँ

यकीन नही होता फिर भी मान लेता हूँ
तुम कितने अपने हो चलो ये भी जान लेता हूँ.

 मैने  यादें उठाकर देखी थी आज
एक दिन  तुम मेरे थे

कल आई थी उदासी, मेरी खुशियों का हाल जानने,,,

आज वही कल है...
जिस कल की फिक्र, तुम्हे कल थी....!!!

बहुत भीड़ थी उनके दिल मे
हम खुद ना निकलते तो निकाल दिए जाते

इश्क़ मोहब्बत की कुछ समझ नहीं मुझे,
बस तेरे बिना जिया नहीं जाएगा मुझसे।
बात कहने का अंदाज खूबसूरत होना चाहिए
ताकि जवाब भी खूबसूरत मिले

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