खुशियों का कोई रास्ता नहीं..
खुश रहना ही रास्ता है..
तूफ़ान कर रहा था मेरे अज़्म का तवाफ़*,
दुनिया समझ रही थी कश्ती भंवर में है !!
*परिक्रमा
*परिक्रमा
An excuse is a lie dressed up as a reason.
अफ़वाह थी कि कोई तस्वीर छपी है उनकी.
अफ़वाह थी कि कोई तस्वीर छपी है उनकी.
सुबह से ही हम सारे अखबार लिये बैठे हैं.
मेरे तो दर्द भी औरों के काम आते हैं,
मैं रो पडूँ तो कई लोग मुस्कराते है।
यही कह देते हैं अब तुझसे बिछड़ कर ख़ुश हैं
और कुछ इसके सिवा भी तो नहीं कह सकते
और कुछ इसके सिवा भी तो नहीं कह सकते
दुनिया समझ में आई मगर आई देर से,
कच्चा बहुत था रंग उतरता चला गया...
तुम हैरान कर दो, हाल पूछ कर हमारा,
बता के सब खैरियत, हम भी कमाल कर देंगे
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