प्रयत्न करने से कभी न चूकें..!
हिम्मत नहीं तो प्रतिष्ठा नहीं,
विरोधी नहीं तो प्रगति नहीं..
विरोधी नहीं तो प्रगति नहीं..
जबसे वो 'खूब' बन बैठे हैं,
दिल का मिज़ाज 'वाह वाह' है साहिब !!
कह देना समन्दर से हम ओस के मोती हैं,
दरिया की तरह तुझ से मिलने नहीं आएंगे...
बेइजाज़त, बेवजह, बेसबब, खामखां,
बेलगाम इश्क़ यूँ ही हो जाता है बेपनाह
थक गया होगा ...कागज़ तक पहुंचा नहीं ...
ज़ेहन से चल कर निकला तो था ...
ख़्याल था तुम्हारा ...थक गया होगा ...
आज मैंने फिर जज़्बात भेजे,
आज तुमने फिर अल्फ़ाज़ ही समझे
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