"दूसरों को उनकी गलतियों के लिए माफ़ करना आसान होता है ,लेकिन अपने करीबी लोगो को माफ़ करना मुश्किल होता है.जब हमारे करीबी हमें ठेस पहुचाते है तो हम भावनात्मक रूप से जादा क्षतिग्रस्त हो जाते है.और उस समय हम अपने को जादा असुरक्षित महसूस करने लगते है.और इन परिस्थितियों का सामना हमे बार बार करना पडता हैया जिंदगी भर .ऐसे में हर रोज किसी की गलतियों को भूल जाने के लिए बहुत सारी ताकत की जरुरत पड़ती है.यह ताकत हमें क्षमा से मिलती है"
तेरी महफ़िल से उठे तो, किसी को खबर ना थी,
तेरा मुड़-मुड़कर देखना, हमें बदनाम कर गया
और भी बनती लकीरेँ दर्द की शायद कई,
शुक्र है तेरा खुदा, जो हाथ छोटा सा दिया...!!
अजीब फलसफा है इस मोहब्बत का ऐ दोस्त ,
निगाहेँ फरेब करेँ और दिल गुनहगार हो जाता है ।
“If things go wrong, don’t go with them.”
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