उल्टी हो गईं सब तदबीरें, कुछ न दवा ने काम किया
देखा इस बीमारी-ए-दिल ने आख़िर काम तमाम किया
वो टूटते हुए रिश्तों का हुस्न-ए-आख़िर था
कि चुप सी लग गई दोनों को बात करते हुए
"A little nonsense now and then is cherished by the wisest men." - Roald Dahl
"बिछड़ा कुछ इस अदा से कि रुत ही बदल गई
इक शख़्स सारे शहर को वीरान कर गया"
इक शख़्स सारे शहर को वीरान कर गया"
“Growing older is mandatory. Growing up is optional. We make a Living by what we get, we make a Life by what we give. If you fill your heart with regrets of yesterday and the worries of tomorrow, you have no today to be thankful for”.
अब तो मज़हब कोई ऐसा भी चलाया जाए।
जिसमें इंसान को इंसान बनाया जाए।
जिसमें इंसान को इंसान बनाया जाए।
जिसकी ख़ुशबू से महक जाय पड़ोसी का भी घर
फूल इस क़िस्म का हर सिम्त खिलाया जाए।
फूल इस क़िस्म का हर सिम्त खिलाया जाए।
मेरे दुख-दर्द का तुझ पर हो असर कुछ ऐसा
मैं रहूँ भूखा तो तुझसे भी न खाया जाए।
मैं रहूँ भूखा तो तुझसे भी न खाया जाए।
गोपालदास "नीरज"
*अपनी "आदतों" के अनुसार चलने में इतनी "गलतियां" नहीं होती...*
*जितना "दुनिया" का ख्याल और "लिहाज़" रखकर चलने में होती है....*
तेरे इश्क का सुरूर था जो खुद को बर्बाद कर दिया,
वरना एक वक़्त था जब दुनिया मेरी भी रंगीन थी.
बहुत मुश्किल है, सभी को खुश रखना,
चिराग जलाते ही, अंधेरे रूठ जाते हैं !!
"The possibilities are numerous once we decide to act and not react." - George Bernard Shaw
उन्हें ये खौफ की हर बात मुझसे कह डाली,
मुझे ये वहम की कोई ख़ास बात बाकी है
आगाह अपनी मौत से कोई बशर(आदमी) नहीं,
सामान सौ बरस के हैं कल की ख़बर नहीं
वो आराम से हैं....जो पत्थर के हैं , मुसीबत
तो.....एहसास वालों की है...
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